आजतक किसी ने भी ‘लज्जा’ पुस्तक पर आधारित चलचित्र बनाने की हिम्मत नहीं दिखाई ! – लेखिका तस्लीमा नसरीन द्वारा खंत व्यक्त

इस पुस्तक में बांग्ला देश में धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं पर किए जा रहे अत्याचारों की जानकारी दी गई है, इस पुस्तक के कारण ही बांगलादेश स्थित धर्मांधों ने तस्लीमा नसरीन को जान से मार देने का फतवा निकाला था ।

रायसेन (मध्यप्रदेश) यहां हिन्दुओं पर आक्रमण करने वाले धर्मांधों के अवैध निर्माण पर प्रशासन की ओर से कार्यवाही

यदि इन धर्मांधों ने हिन्दुओं पर आक्रमण न किया होता, तो उनके अवैध निर्माण पर कार्यवाही न होती, ऐसे इस घटना से समझें क्या ?

कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) में ‘द कश्मीर फाईल्स’ चलचित्र देखकर घर जानेवाले तीन हिन्दु युवकों पर धर्मांन्धों का आक्रमण !

जो कश्मीर में हिन्दुओं के सन्दर्भ में हुआ, वही आज उत्तर प्रदेश में हो रहा है तो यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! सरकार को इसका त्वरित अभिज्ञान लेकर सम्बन्धित लोगों पर कठोर कारवाई करनी चाहिए !

होली के दिन बेगूसराय (बिहार) में धर्मांध कट्टरपंथियों के आक्रमण में २० से अधिक हिन्दू घायल !

क्या ईद, क्रिसमस आदि जैसे अन्य संप्रदायों के त्योहारों के समय उन पर कभी आक्रमण होते हैं ? फिर हिन्दू त्योहारों के समय ही कट्टरपंथी, हिन्दुओं पर आक्रमण क्यों करते हैं ? धर्मनिरपेक्षतावादी इसका उत्तर कब देंगे ?

बांग्लादेशी हिन्दुओं के वंशविच्छेद पर अभी तक चलचित्र क्यों नहीं ? – तस्लीमा नसरीन

उन्होंने कहा, कि कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार मिलना आवश्यक है ।

अमरोहा (उत्तर प्रदेश) में नमाज पठन का समय होते ही, रंग खेलनेवालों पर पत्थरबाजी !

उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए, त्यौहार मनानेवाले हिन्दुओं पर पत्थरबाजी करने की धर्मांधों की हिम्मत होना, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं । ऐसे लोगों पर सरकार कडी कारवाई करें !

होली की पूर्व संध्या पर, बांग्लादेश में २०० से अधिक कट्टरपंथियों ने इस्कॉन मंदिरों में तोडफोड की !

भारत में भी जब कट्टरपंथी धर्मांध, हिन्दुओं पर आक्रमण करते हैं, तब पुलिस मूक दर्शक बनी निष्क्रिय रहती है । यदि मुसलमान बहुल बांग्लादेश में पुलिस निष्क्रिय रहती है, तो इसमें आश्चर्य क्या है ?

जिहादियों की क्रूरता और हिन्दुओं का आक्रोश : ‘द कश्मीर फाइल्स’

कश्मीर में १९ जनवरी १९९० के दिन और उसके उपरांत निश्चित रूप से क्या हुआ ?, कश्मीर में हुए हिन्दुओं के वंशविच्छेद का दायित्व किसका है ?, जब दिनदहाडे कानून-व्यवस्था को साख पर बिठाया जा रहा था, तब पुलिस, प्रशासन और प्रसारमाध्यम नाकाम क्यों रहे ?

काश्मिरी हिन्दुओं के नरसंहार की घोर यातना विश्‍व को समझना अत्यंत आवश्यक है !

आज इतने लंबे समय के उपरांत प्रसिद्ध दिग्दर्शक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने द कश्मीर फाइल्स चलचित्र के माध्यम से अत्याचारियों को विश्‍व के पर्दे पर दिखाने का प्रशंसनीय प्रयत्न किया है ।ं

राजकोट (गुजरात) में कथित ईशनिंदा के ‘पोस्ट’ के कारण धर्मांधों ने किया हिन्दुओं पर आक्रमण !

गुजरात में भाजपा की सरकार होते हुए धर्मांध हिन्दुओं पर आक्रमण करने का दुस्साहस करते हैं, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! धर्मांध ईशनिंदा के प्रकरण में सीधे कानून हाथ में लेते हैं, जबकि बहुतांश जन्महिन्दू वैध मार्ग से भी सादा निषेध तक प्रविष्ट नहीं करते !