उन्होंने कहा, कि कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार मिलना आवश्यक है ।
नई देहली – आजतक किसी ने बांग्लादेशी हिन्दुओं के वंशविच्छेद को प्रकाशित करनेवाला चलचित्र क्यों नहीं बनाया, बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ चलचित्र देखने के उपरांत यह प्रश्न उपस्थित किया ।
Watched The Kashmiri Files today. If the story was 100% true, no exaggeration, no half truth— then it is really a sad story & Kashmiri Pandit must get back their right to live in Kashmir. I don’t understand why no film was made on the exodus of Bengali Hindus from Bangladesh.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) March 18, 2022
इस संदर्भ के ट्वीट में उन्होंने, ‘कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार प्राप्त होना आवश्यक है,’ ऐसा मत व्यक्त किया । ‘यदि इस चलचित्र में दिखाई गई घटनाएं सत्य हैं, उनमें कुछ भी बढा-चढा कर नहीं दिखाया गया, तथा कुछ भी यदि अर्धसत्य नहीं हैं, तो कश्मीरी हिन्दुओं को लेकर जो घटनाएं घटीं, वे अत्यंत दुःखद हैं’, उन्होंने ऐसा भी कहा है । (कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए भीषण अत्याचारों के विषय में शंकालु तस्लीमा नसरीन को पहले संपूर्ण इतिहास का अध्ययन कर मत व्यक्त करना चाहिए । कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए भीषण अत्याचारों के विषय में संदेह व्यक्त करना, अर्थात जले पर नमक छिडकने जैसा ही है ! – संपादक)