सर्वधर्मीय कश्मीरियों पर हुए अत्याचार पर आधारित ‘द अनटोल्ड कश्मीर फाइल’ वीडियो प्रसारित !

कितने कश्मीरी मुसलमानों ने इस जिहादी आतंकवाद के विरोध में आवाज उठाई है ? भारतीय सेना के जवानों पर पत्थर फेंकने वाले हिंसक जिहादियों एवं राष्ट्र विरोधी घोषणाएं देने वालों को कितने लोगों ने परावृत्त किया ?

अनेक हिन्दू व्यापारियों ने सम्पत्ति विक्रय कर की पलायन की तैयारी !

देश में सर्वदलीय सरकारों के कार्यकाल में ऐसी घटनाएं घटित हुई हैं । राजस्थान में, वर्तमान में कांग्रेस कि सत्ता है । इसलिए, धर्मान्धों को अधिक उन्माद चढा हैं । राजस्थान के हिन्दुओं को इसका विरोध करने के लिए संघटित होना चाहिए ।

मुसलमान बहुल भागों में, हिन्दू के घर में घुसकर मारपीट !

उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए, मुसलमान बहुल भागों के हिन्दू असुरक्षित न रहें ; यह हिन्दुओं की अपेक्षा है !

असम की स्थिति कश्मीर जैसी नहीं होगी, इसके लिए मुसलमान हिन्दुओं को आश्वस्त करें !

क्या अभी तक असम के किसी मुख्यमंत्री ने इतनी कठोरता से मुसलमानों को सुनाया था ? असम के हिन्दुओं की रक्षा करने के लिए सरमा कठोर कदम उठाएं, यही हिन्दुओं की भावना है !

कश्मीरी हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों के लिए कश्मीरी मुसलमानों को उनसे हाथ जोडकर क्षमा मांगनी चाहिए !

केवल हाथ जोडकर क्षमा मांगने से कुछ नहीं होगा और कश्मीरी मुसलमान ऐसी क्षमा मांगेंगे, इसकी भी संभावना नहीं है । इसलिए अब केंद्र सरकार को ही अब प्रधानता लेकर इन अत्याचारों में संलिप्त मुसलमानों को दंड मिलने हेतु प्रयास करने चाहिए, तभी जाकर वास्तव में कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय मिलेगा !

जिहादियों की क्रूरता और हिन्दुओं का आक्रोश : ‘द कश्मीर फाइल्स’

इस फिल्म में पग-पग पर ‘पूरे विश्व को कश्मीरी हिन्दुओं की व्यथा ज्ञात हो’; इसके लिए किए भागीरथी प्रयास दिखाई देते हैं । जिहादी आतंकी और उनके संरक्षकों (उदा. राज्यकर्ता, निष्क्रिय अधिकारी, बुद्धिजीवी, धर्मनिरपेक्षतावादी इत्यादि) के विरुद्ध असंतोष जागृत करने में यह फिल्म सफल रही है ।

बरेली (उत्तर प्रदेश) में धर्मांध कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दू ढाबा चालक की गला काट कर हत्या !

इस हत्याकांड पर सारे (धर्मनिरपेक्ष) और धर्मनिरपेक्षतावादी चुप क्यों हैं ? अब वे इसे ‘असहिष्णुता’ नहीं कहेंगे !

कश्मीरी हिन्दू, दलित आदि पर हुए अत्याचारों का सत्य उजागर होने के लिए आयोग की स्थापना की जाए ! – भाजपा सांसद ने लोकसभा में रखी मांग

ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? स्वतंत्रता उपरांत के ७४ वर्षाें में सत्ता पर विराजमान सभी पार्टियों की सरकारों ने ऐसी पूछताछ क्यों नहीं की ? केंद्र सरकार को तत्काल ऐसी समिति की स्थापना कर सत्य उजागर करना चाहिए !

देश में, गत ३ वर्षों में दलितों पर अत्याचार के १ लाख ३८ हजार से अधिक प्रकरण प्रविष्ट किए गए ! – केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले द्वारा दी गई जानकारी !

केंद्र सरकार देश की जनता को, गत ३ वर्षों में, हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के आंकडे भी बताए !

(कहते हैं) कश्मीर के हिन्दुओं पर अत्याचार के लिए यदि मैं उत्तरदायी हुआ तो, मुझे फांसी दो ! – फारुख अब्दुल्ला

ऐसा प्रतिपादन कर, फारुख अब्दुल्ला स्वयं के लिए सहानुभूति प्राप्त कर रहें हैं । हिन्दुओं पर किए अत्याचारों के लिए कौन उत्तरदायी हैं, यह जनता समझ चुकी है ।