रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम में रोपण का अनुभव प्राप्त और शारीरिक सेवा की क्षमता रखनेवालों की आवश्यकता !

सनातन के रामनाथी (गोवा) के आश्रम में विभिन्न औषधिय वनस्पतियों, फल के पेडों, सब्जियों आदि का रोपण किया गया है । उनकी देखभाल करना और नया रोपण करना आदि सेवाओं के लिए मानव संसाधन की आवश्यकता है ।

अर्पणदाताओ, गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में धर्मकार्य हेतु धन अर्पित कर गुरुतत्त्व का लाभ लो !

गुरुपूर्णिमा के उपलक्ष्य में तन, मन एवं धन का अधिकाधिक त्याग कर गुरुदेवजी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर सभी को प्राप्त हुआ है । अतः जिज्ञासु एवं शुभचिंतक धर्मप्रसार का कार्य कर तथा उसके लिए धन अर्पित कर गुरुपूर्णिमा का आध्यात्मिक स्तर पर लाभ लें ।

सनातन के दिव्य ग्रंथों के लिए अनुवादकों की आवश्यकता !

जिन्हें अध्यात्म के प्रति रुचि है उन्हें ईश्वरप्राप्ति शीघ्र कराने हेतु तथा संपूर्ण विश्व में हिन्दू धर्म का शास्त्रीय परिभाषा में प्रचार करने के उद्देश्य से, सनातन ने मई २०२१ तक ३३८ अनमोल ग्रंथों का प्रकाशन किया है, भविष्य में हजारों ग्रंथ प्रकाशित होंगे ।

रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम में निर्माण सेवाओं के अंतर्गत बढई काम की कुशलतावाले कारीगारों की आवश्यकता !

रामनाथी, गोवा के सनातन के आश्रम का अवलोकन करने के लिए देश-विदेशों से अनेक जिज्ञासु आते हैं । उनमें से कुछ लोग साधना करने हेतु, तो कुछ लोग साधना की अगली बारिकियां सिखने सीखने के लिए आश्रम में रहने की इच्छा व्यक्त करते हैं । आश्रम में रहनेवाले साधकों की संख्या प्रतिदिन बढ रही है और उसके कारण आश्रम की वर्तमान वास्तु निवास के लिए अल्प पड रही है ।

अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन के लिए धन के रूप में अर्पण कर हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित हों !

गोवा में होनेवाले इस अधिवेशन में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु कार्यरत हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी, अधिवक्ता, उद्योगपति और लेखक भाग लेनेवाले हैं । इस अधिवेशन में भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश जैसे देश-विदेश से प्रतिनिधि भाग लेनेवाले हैं ।

धर्मकार्य के लिए मिले अर्पण का अपहार (गबन) करनेवालों से सतर्क रहें, साथ ही ऐसी घटनाओं के संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति को सूचित करें !

समिति के नाम का दुरुपयोग करनेवालों पर रोक लगाने के लिए अर्पणकर्ता उनके पास आनेवाले व्यक्तियों के पास अर्पण की छापी हुए रसीद पुस्तकें हैं अथवा नहीं, इसकी आश्वस्तता कर उनसे अर्पण की रसीद अवश्य मांग लें ।

‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’ के अंतर्गत कार्यान्वित होनेवाले ग्रंथालय से संबंधित सेवा में सम्मिलित हों !

महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय के ग्रंथभंडार में ३५ सहस्र से अधिक मुद्रित ग्रंथ और १ लाख से अधिक ‘ई-बुक्स’ हैं तथा उसमें प्रतिदिन अनेक ग्रंथों की वृद्धि हो रही है । इसलिए इन ग्रंथों से संबंधित आगे की सेवा करने के लिए रामनाथी, गोवा के आश्रम में मानव संसाधन की आवश्यकता है ।

रासायनिक अथवा जैविक कृषि नहीं, अपितु प्राकृतिक कृषि अपनाइए !

मंडी में बिकनेवाली सब्जियों पर विषैले रसायनों की फुहार किए जाने से अब प्रत्येक व्यक्ति को अपने लिए आवश्यक सब्जियों की स्वयं ही उपज करना आवश्यक बन गया है । नित्य भोजन में लगनेवाली सब्जियां घर पर ही उगाई जा सकती हैं ।

तिथि लिखते समय पक्ष का उल्लेख टालना योग्य है

वर्तमान में तिथि लिखते समय हम चैत्र शु.प. १ (चैत्र शुक्ल पक्ष १) ऐसे लिखते हैं । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ‘पक्ष’ इस अर्थ से लिखा जानेवाला ‘प.’ शब्द अनावश्यक है । प्रचलित लेखन में भी तिथि लिखते समय इसका उल्लेख नहीं किया जाता ।

शोध के माध्यम से संपूर्ण मानवजाति को अनमोल धरोहर उपलब्ध करानेवाले ‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’ को चित्रीकरण हेतु उपयुक्त सामग्री की आवश्यकता !

‘महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय’ वैज्ञानिक परिभाषा में आध्यात्मिक शोध करने हेतु अद्वितीय कार्य करनेवाली संस्था है । इस विश्वविद्यालय के कुछ साधक संतों के मार्गदर्शन में विविध स्थानों पर यात्रा कर भारतीय संस्कृति की अनमोल धरोहर संग्रहित कर रहे हैं ।