सनातन के आश्रमों में, तथा धर्मप्रसार की सेवाओं के लिए वाहन-चालकों की आवश्यकता !
‘सनातन का राष्ट्ररक्षा एवं धर्मजागृति का कार्य दिन-प्रतिदिन बढ रहा है । इस कार्य का विस्तार बहुत बढ जाने से वाहन चालकों की संख्या अपर्याप्त है । इसलिए सनातन के आश्रमों में, तथा प्रसार की सेवाओं में दोपहिया और चारपहिया वाहन-चालकों की तत्काल आवश्यकता है ।