पुंछ में आतंकवादी आक्रमण में सैनिक वीरगति को प्राप्त होने से मुसलमानों ने मनाई नहीं ईद !

देश के कितने मुसलमान ऐसा सोचते हैं ? क्या कश्मीर के मुसलमानों से अन्य मुसलमान कुछ सीखेंगे ? ऐसा प्रश्न कोई करे, तो इसमें आश्चर्य नहीं होगा !

(इनकी सुनिए…) ‘पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में हिन्दू आतंकियों ने अतिक एवं अशरफ की हत्या की !’

भारत की आंतरिक घटनाओं में बहरीन को टांग अडाने की आवश्यकता नहीं है, इस प्रकार भारत सरकार ने बहरीन को फटकार लगानी चाहिए !

अयोध्या में ९५ वर्षीय महंत को मृत घोषित कर भूमाफियाओं ने उनकी करोडों रुपए की भूमि हडप ली !

ऐसे भूमाफियाओं को फांसी का दंड मिलना आवश्यक !

कुख्यात गुंडे अतीक अहमद और अशरफ के समर्थन में माजलगाव (जिला बीड) में पोस्टर दिखाई दिए !

इन पोस्टरों पर दोनों का ‘शहीद’ के रूप में उल्लेख किया गया था, तथा पोस्टर पर दोनों की हत्या का सार्वजनिक निषेध किया गया था । इस विषय में जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्काल यह पोस्टर हटाए ।

संबलपुर (उडीसा) में हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर आक्रमण पूर्व नियोजित ! – पुलिस

पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने उनके घर में लाठी-काठी तथा पत्थर पूर्व में ही इकट्ठा कर रखे थे । यह आक्रमण धार्मिक नहीं था । इस आक्रमण में चंद्र मिर्जा की मृत्यु हो गई है ।

(इनकी सुने) ‘हत्या का दायित्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर !’ – असदुद्दीन ओवैसी

एक गुंडे की हत्या के उपरांत शोर करने वाले असदुद्दीन ओवैसी के मुख से कभी कट्टरपंथी मुसलमानों के हाथों हिन्दुओं की हत्या होने के उपरांत ‘एक शब्द’ भी नहीं निकलते, यह ध्यान में लें !

शाहरुख के दबाव से रेणु ने गले में फंदा डालकर की आत्महत्या !

जिस प्रकार मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुंडों के घर पर बुलडोजर चलाकर उनको पाठ पढाया, हिन्दू लडकियों का जीवन उद्ध्वस्त करनेवाले लव जिहादियों के विरुद्ध अब तत्काल ऐसी ही कार्यवाही करनी चाहिए !

‘कारागार से मुक्त होने दो ! फिर दिखाऊंगा पुलिस को !’

बेटे को मुठभेड में मारने वाले पुलिस को कुख्यात गुंडे अतीक अहमद ने कारागार में दी धमकी !

हावडा में पुन: दूसरे दिन भी धर्मांध कट्टर मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर पथराव किया गया !

ममता बनर्जी ने दंगों के लिए हिन्दुओं को ठहराया उत्तरदायी ! क्या संविधान में लिखा है कि मुसलमान बहुल क्षेत्रों में हिन्दू अपनी धार्मिक शोभायात्राएं न निकालें ? यह भारत है या बांग्लादेश ?

हिन्दुओं के साथ अन्याय करनेवाले संविधान के २५ से ३१ वें अनुच्छेद में किए गए परिवर्तन !

धार्मिक अल्पसंख्यकों में से एक विशिष्ट धर्म के अल्पसंख्यकों की ओर विशेष ध्यान दिया जाता है, यह सर्वविदित है ।