वक्फ एक्ट को नष्ट किया जाये ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन
‘वक्फ बोर्ड’ संशोधन विधेयक लाने की कोई आवश्यकता नहीं है ; क्योंकि संविधान में ‘ वक्फ ‘ शब्द का उल्लेख नहीं है ।
‘वक्फ बोर्ड’ संशोधन विधेयक लाने की कोई आवश्यकता नहीं है ; क्योंकि संविधान में ‘ वक्फ ‘ शब्द का उल्लेख नहीं है ।
क्या मुसलमान कट्टरपंथियों के विरूद्ध चुनाव आयोग तत्परता से कार्यवाही करेगा ?
वर्तमान में, समाज में ऐसे ‘लिंक’ का व्यापक प्रसार हो रहा है जो विभिन्न प्रकार के धोखाधड़ी और फर्जी संदेशों के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी को ‘हैक’ कर सकते हैं ।
अनेक उद्योगपति प्रतिष्ठान की (कंपनी की) प्रसिद्धि करने के लिए अपने विज्ञापनों से युक्त दिनदर्शिका (कैलेंडर) प्रकाशित कर उसे ग्राहकों, कर्मचारियों, संबंधियों आदि को उपहार के रूप में देते हैं ।
भारत में संविधान ने प्रत्येक को व्यक्तिगत स्वतंत्रता दी है । भारत धर्मनिरपेक्ष है, यह बात बार-बार कहीं जाती है । फिर भी, भारत में बहुसंख्यक १०० करोड़ हिन्दुओं को इस्लामी संकल्पना ‘हलाल’ स्वीकारने के लिए बाध्य करना, संविधान विरोधी और हिन्दुओं के मौलिक अधिकारों को नकारना है ।
आजकल बहुत से लोगों से भ्रमणभाष पर संपर्क किया जाता है और उन्हें डराया जाता है , उन्हें गुनाह का आभास देकर बंदी बनाए जाने का डर दिखाया जाता है, जैसे उन्होंने कोई गंभीर अपराध किया हो ।
‘धन’ अर्थात शुद्ध लक्ष्मी ! इस दिन मनुष्य के पोषण हेतु सहायता करनेवाले धन (संपत्ति) की पूजा की जाती है ।
‘भाई उसकी रक्षा करे’, इसके लिए वह भाई की आरती उतारती है और तब भाई बहन को उपहार देता है । इस उपलक्ष्य में बहन को विशेष उपहार देने की पद्धति है ।
कुंभकाल में धर्मप्रसार की सेवा करने के लिए भारतभर से अनेक धर्मप्रेमी तथा साधक प्रयाग में रहने के लिए आएंगे ।
योगऋषि रामदेवबाबा ने यहां वक्तव्य करते हुए कहा, ‘मुस्लिमों द्वारा खाद्यपदार्थों में थूकना, मूत्र मिलाना, गंदगी करना आदि घटनाओं के कारण इस्लाम एवं कुरान का प्रचार नहीं हो रहा ।