हिन्दुओं को अपनी रक्षा का अधिकार चाहिए ! – Shankaracharya Swami Sadanand Saraswati
दिल्ली की धर्म संसद में द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती का बयान
दिल्ली की धर्म संसद में द्वारका पीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती का बयान
पूर्व ब्रिटिश प्रधान मंत्री एलिजाबेथ ट्रस का बयान
मुख्यमंत्री श्री सरमा ने आगे कहा, “हम हिन्दू साम्प्रदायिक नहीं हैं। जब संविधान बनाया जा रहा था, तो संविधान सभा के सभी सदस्य हिन्दू थे। हम यह कह सकते थे कि देश में मंगलवार को छुट्टी होनी चाहिए; लेकिन हमने ऐसा नहीं किया।
हिंदुओं को ऐसी धमकी दिल्ली, भारत में मिल रही है या पाकिस्तान में ? ऐसे विश्वविद्यालय शिक्षा के केंद्र नहीं, बल्कि हिन्दू -विरोधी अड्डे बन गए हैं। इसलिए सरकार को ऐसे विश्वविद्यालयों पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहिए !
बंगाल में हिन्दुओं की रक्षा और वहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार को तुरंत वहां राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए !
गत सप्ताह जिरीबाम जिले से लापता हुई एक महिला और २ बच्चों के शव १५ नवंबर को मिलने के उपरांत, मृतकों के लिए न्याय की मांग कर रहे संतप्त प्रदर्शनकारियों ने ३ मंत्रियों और ६ विधायकों के आवासों को लक्ष्य बनाया।
कांग्रेस ने ‘फर्जी नैरेटिव’ प्रसारित करके वोटों का विकेंद्रीकरण किया, फिर अपने लोगों से ‘बटेंगे तो कटेंगे’ एकजुट होने की अपील की, इसमें अनुचित क्या हुआ ?
छत्तीसगढ मेंं अब शुक्रवार की नमाज के उपरांत मस्जिद में होनेवाली चर्चा एवं भाषण पर वक्फ बोर्ड ध्यान रखेगा ।
हिन्दुओं, उनके संगठनों तथा उनके संप्रदायों के मध्य आपसी तालमेल की अति आवश्यकता होने पर भी, ऐसे समय विवाद उत्पन्न होना हिन्दुओं के लिए धोकादायक !
भारत के ‘डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ)’ ने 16 नवंबर की रात को लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया।