Delhi Blast : देहली के केंद्रीय आरक्षित (रिजर्व) पुलिस बल के विद्यालय की भीत के निकट विस्‍फोट : जान-माल की हानि नहीं

विस्‍फोट के उपरांत आकाश में धुआं फैल गया था । इसे देखकर लोगों के मन में भय निर्माण हुआ । इस विस्‍फोट में कोई भी जान-माल की हानि नहीं हुई है । यहां स्थित कुछ दुकानों को क्षति पहुंची हैं । साथ ही यहां ‘पार्क’ किए वाहनों के शीशे टूट गए हैं ।

Bank Locker White Ants : बैंकों के लॉकर में रखे २ लाख रुपए के नोटों को दीमक लगी !

यहां के सेक्टर-५१ के ‘सिटिजन को आपरेटिव बैंक’ के एक लॉकर में एक खातेदार ने ५ लाख रुपए की नोटें रखी थीं ।

Bulldozer Action Kanpur Restaurant : कानपुर में ‘मामा-भांजे’ (उपहार-गृह ) भोजनालय को महानगरपालिका के सचल यंत्र ने गिरा दिया !

देश में ऐसे कितने भोजनालय होंगे इसकी कल्पना ही नहीं की जा सकती !

Chhatrapati Shivaji Maharaj Centre In JNU : देहली के जे.एन.यु. में छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से केंद्र का आरंभ होगा !

युद्ध कुटनीति एवं शासन कुशलता पर अनुसंधान होगा !

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव को नोटिस !

स्वतंत्र वीर सावरकर पर अभद्र टिप्पणी का प्रकरण

Bangladesh Interim Govt Threatens India : (और इनकी सुनिए…. ) ‘यदि भारत शेख हसीना के प्रत्यर्पण को नकारता है, तो हम कडा विरोध करेंगे !’

यदि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर कोई आक्रमण हुआ तो, भारत कब चेतावनी देगा कि, ‘भारतीय सेना बांग्लादेश में घुस जाएगी?’

Jaipur RSS Swayamsevak Attacked : जयपुर में मंदिर में शरद पूर्णिमा मनानेवाले संघ स्वयंसेवकों पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा आक्रमण

‘अधर्मियों से धर्म से नहीं, अपितु अधर्म’ से ही आचरण करना होता है’, यह भगवान श्रीराम तथा श्रीकृष्ण ने प्रत्यक्ष आदर्श से बताया है।

Bajrang Dal : हिन्दू को पीटने के प्रकरण में, पुलिस थाने में गए मुसलमान ने पुलिस निरीक्षक को ही पीटा !

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के राज में मुक्त छोडे गए धर्मांध !

Demolitions Near Somnath Case : गुजरात के गीर-सोमनाथ में ध्वस्त मस्जिदें, दरगाह, आदि गैरकानूनी थे !  

मुसलमान पक्ष का कहना था कि यह कार्रवाई कर प्रशासन ने सर्वोच्‍च न्‍यायालय के बुलडोजर-प्रतिबंध का उल्लंघन किया है ।

Congress MLA Babu Jandel : मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल का भगवान शंकर को गाली देने का लघु चलचित्र प्रसारित

पुलिस को जंडेल को तुरंत बंदी बनाकर कारागार में डालना चाहिए ! यदि जंडेल ने अन्य धर्मों के आस्था स्थान का अनादर किया होता तो उसके विरुद्ध ‘सर तन से जुदा’ (सिर काटने) का ‘‘ फतवा ‘‘ जारी हो गया होता !