सनातन के साधकों ने ली दैनिक ‘जागरण’ के पत्रकार श्री. वीरेंद्रकुमार ओझा की सदिच्छा भेंट !

सनातन पंचांग देखकर श्री. ओझा का भाव जागृत हुआ । वे बोले, ‘‘लगभग ६-७ वर्षाें पूर्व मुझे सनातन पंचांग मिला था । उसे मैंने अब तक सहेजकर रखा है ।’’

झारखंड में कट्टरपंथियों द्वारा हिन्दू युवक की हत्या !

खूंटी जिले में कट्टरपंथियों ने मामूली कारण पर ४५ वर्षीय पंकज चौधरी की हत्या कर दी । गंभीर रूप से घायल चौधरी को पहले तोपरा चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था ।

श्राद्ध करने का शास्त्र समझकर कृति करने से हमें अधिक लाभ होता है ! – श्री. शंभू गवारे, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दू धर्म में ‘पितृऋण’ से मुक्त होने के लिए श्राद्धविधि करने का विशेष महत्त्व बताया गया है; परंतु समाज को श्राद्ध करने का महत्त्व और उस विषय के धर्मशास्त्र का ज्ञान न होने से श्राद्ध के विषय में अनेक भ्रांतियां फैली हुई हैं ।

झारखंड में मुसलमान छात्रों को नमाज पढने के लिए, बिराजपुर विद्यालय को अवकाश !

झारखंड भारत में है या पाकिस्तान में ? नमाज पढने के लिए, विद्यालय को अवकाश देने वाले पाठशाला के प्रबंधन के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होनी चाहिए !

‘मंगलम् कपूर’ के विज्ञापन में प्रभु श्रीरामका अपमान !

हिन्दुओं में धर्माभिमान न होने के कारण इस प्रकार विविध माध्यमों से हिन्दुओं के देवताओं का अपमान किया जाता है ! – संपादक

जमशेदपुर (झारखंड) में, भूतबाधा होने के संदेह में मौलवी द्वारा बंधक युवती की विहिप द्वारा मुक्ति !

विश्व हिन्दू परिषद ने १९ सितंबर २०२१ को यहां के इमामवाडा से एक हिन्दू युवती को मुक्त किया, जिसे लोहे की जंजीर से बांध कर रखा गया था ।

झारखंड में धर्मांतरित व्यक्ति के शव का, शमशान भूमि में शवाधान करने का ग्रामीणों ने किया विरोध !

पश्चिम सिंहभूम के दुरूला गांव में, धर्मांतरित आदिवासी परिवार के एक व्यक्ति की मृत्यु  हो गई । आदिवासी समुदाय ने तब शव को उनके ससन दिरी शमशान भूमि में दफनाने का विरोध किया । पुलिस के हस्तक्षेप के उपरांत, अंतत: शव को परिवार के घर के आंगन में दफनाने का निर्णय लेना पडा ।

(कहते हैं) “अमेरिका को अफगानिस्तान से खदेडने वाले तालिबान की सराहना की जानी चाहिए !” – झारखंड के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी

आतंकवादियों और कट्टरपंथियों का महिमा मंडन करना कांग्रेसियों की ‘परंपरा’ है । यह कष्टप्रद है, कि ऐसे राजनीतिक दल ने सबसे दीर्घकाल तक भारत पर शासन किया !

झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार ने झारखंड विधानसभा में मुसलमानों को नमाज अदा करने के लिए अलग कक्ष प्रदान किया !

धर्मनिरपेक्ष देश की विधानसभा में धार्मिक गतिविधियों के लिए जगह देना संविधान की अवमानना है ।