नूपुर शर्मा प्रकरण में रांची (झारखंड) के मुसलमानों द्वारा हिंसा में दो लोगों की मृत्यु !

रांची (झारखंड) – यहां जुम्मे की, १० जून की नमाज के पश्चात मुसलमानों ने नूपुर शर्मा को बंदी बनाने के लिए दंगे किए । इसमें २ लोगों की मृत्यु हो गई एवं दंगाई मुसलमान और ४ पुलिसकर्मी घायल हुए । इनमें एक आइपीएस अधिकारी भी सम्मिलित है । मृतकों के नाम हैं मोहम्मद कैफी (आयु २२ वर्ष) और मोहम्मद साहिल (आयु २४ वर्ष) । पुलिस द्वारा दंगों को नियंत्रित करने के लिए अश्रुं गैस छोडी गई । इसके साथ ही हवा में गोलीबारी की गई । (क्या हवा में गोलीबारी करने से कभी दंगे रुकेंगे ? – संपादक) वर्तमान में यहां संचारबंदी आदेश लागू किया गया है, तथा इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है ।

पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने कहा कि शुक्रवार की नमाज के पश्चात मस्जिद और वहां के क्षेत्र से पथराव किया गया । तदुपरांत गोलीबारी भी की गई । इस पर नियंत्रण लाने में हमें अनेक अडचनें आईं ।

 हनुमान मंदिर को तोडा गया !

मुसलमानों द्वारा यहां हनुमान मंदिर की तोड-फोड की गई । यहां के दुकानदारों ने बताया कि मुसलमानों ने मंदिर का द्वार, ध्वज आदि की क्षति की । इसके साथ प्रसाद-दुकानों से प्रसाद नीचे गिर गया । हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता एवं पुलिस आने के पश्चात मुसलमान यहां से चले गए ।

संपादकीय भूमिका

झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार है इसलिए वहां दंगाईयों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, यह उसी का परिणाम है ! क्या ऐसे शासनकर्ता कभी कानून एवं सुव्यवस्था बनाए रखेंगे ? यदि कोई ऐसा कहे, कि उनका चयन करनेवाली जनता के लिए यही दंड उचित है, तो इसमें चूक कैसी ?