सर्व संतों एवं महात्माओं को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्य करना आवश्यक ! – पू. परमात्माजी महाराज, धारवाड, कर्नाटक

कर्नाटक में धारवाड के पू. परमात्माजी महाराज जी ने आवाहन किया कि, जब धर्म पर अधर्म बढ गया, तब भगवान परशुराम ने परशु धारण किया । ऐसे परशुराम को हमें अपना आदर्श मानना चाहिए । यह तपस्या करने का नहीं, युद्ध करने का समय है ।

‘किलों का रूपांतरण दर्गाह में न हो’; इसके लिए हिन्दुओं को संगठित होकर कार्य करना आवश्यक ! – मनोज खाडये, समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य, हिन्दू जनजागृति समिति

गढ-किलों का महत्त्व केवल ऐतिहासिक नहीं है, अपितु वो हमारी संस्कृति के धरोहर हैं । उनसे हमें धर्म और राष्ट्र का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है; परंतु पुरातत्व विभाग की उपेक्षा के कारण षड्यंत्र रचकर किलों का इस्लामीकरण किया जा रहा है ।

‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ यह युवकों का ‘करिअर’ होना चाहिए ! – हर्षद खानविलकर, युवा संगठक, हिन्दू जनजागृति समिति

वर्तमान में युवक-युवती स्वयं के ‘करिअर’ के (भविष्य बनाने के) पीछे पडे हैं; परंतु आज राष्ट्र का ‘करिअर’ (भविष्य) संकट में है । राष्ट्र का ‘करिअर’ संकट में हो, तो हमारा ‘करिअर’ कैसे बनेगा ? छत्रपती शिवाजी महाराज, स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी ने छोटी आयु में ही राष्ट्र और धर्म कार्य के लिए जीवन समर्पित किया ।

भारत के दूसरे विभाजन की योजना बनाई गई है ! – अधिवक्ता जॉयदीप मुखर्जी, ऑल इंडिया लीगल एड फोरम, बंगाल

भारत के अनेक राज्यों में हिन्दुओं को अल्पसंख्यक और मुसलमानों को बहुसंख्यक बनाकर आनेवाले समय में भारत के दूसरे विभाजन की योजना बनाई गई है । केंद्र सरकार संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ (सेक्यूलर) शब्द हटाए ।

VIDEO : दशम अखिल भारतीय हिन्दू हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में ‘नक्सलियों की हिंसा का वैधानिक पद्धति से प्रतिकार’ इस विषय पर विचारमंथन !

नक्षलवाद के विरोध में लडने के लिए देश के सैनिक सक्षम हैं; परंतु जब नक्सलियों को मुठभेड में मारा जाता है, तब कुछ मानवतावादी गिरोह नक्सलियों के पक्ष में खडे होते हैं । नक्सली जब छोटे बच्चों को मारते हैं, तब यह मानवतावादी लोग सामने नहीं आते ।

३२ वर्षाें उपरांत भी हत्यासत्र एवं विस्थापन जारी; कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय कब मिलेगा ? – श्री. राहुल कौल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, यूथ फॉर पनून कश्मीर

जिहादी आतंकवाद के कारण अपने ही देश में विस्थापित हुए ३२ वर्ष बीत गए, तब भी आज तक कश्मीरी हिन्दुओं को लक्ष्य बनाकर उनका भीषण हत्यासत्र जारी ही है । हिन्दुओं की चुन-चुनकर हत्या की जा रही है । गत कुछ महिनों में कश्मीर में १० हिन्दुओं की हत्याएं हुईं हैं ।

आगामी हिन्दू राष्ट्र की स्थापना में गोवा का महत्त्व !

जब मैं गोवा से लौट रहा था, तो मेरे मन में एक विचार आया कि भविष्य में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए गोवा का महत्त्व बहुत अधिक होगा; क्योंकि यदि हम छत्रपति शिवाजी महाराज के समय को देखें तो पाएंगे कि उन्होंने इतना बडा साम्राज्य खडा किया था; परंतु इसका आरंभ एक छोटी सी जगह से हुआ था ।

रामनाथी (गोवा) के सनातन के आश्रम में भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुए विभिन्न याग !

२४ मई २०२२ को जन्मोत्सव की अवधि में स्थित यज्ञों की शृंखला के अंतर्गत श्रीबगलामुखी याग संपन्न हुआ । इसमें महर्षियों द्वारा दिए गए बगलामुखी हवन मंत्र से करुंगली वृक्ष का चूर्ण और विभिन्न औषधीय मूलिकाओं के चूर्ण का हवन किया गया ।

राष्ट्रीय स्तर पर धर्मपरिवर्तन रोकने के लिए कानून सहित संविधान में सुधार की आवश्यकता ! – श्री. एम्. नागेश्वर राव, भूतपूर्व प्रभारी महासंचालक, केंद्रीय अपराध अन्वेषण यंत्रणा

आज देश में प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन कर, उन्हें ईसाई अथवा मुसलमान बनाया जा रहा है । अनेक राज्यों में भले ही धर्मपरिवर्तन विरोधी कानून हो, तब भी प्रतिदिन भारी मात्रा में हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन कर भारत को तोडने का षड्यंत्र हो रहा है ।

क्या है हिन्दू राष्ट्र संसद ?

जिस प्रकार जनहित और राष्ट्रहित से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करने के लिए जनप्रतिनिधियों की संसद का अस्तित्व है, उसी प्रकार से धर्महित के विषय पर चर्चा करने के लिए धर्मप्रतिनिधियों की यह हिन्दू राष्ट्र संसद है । इस संसद में पारित होनेवाले प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों को भेजे जाएंगे ।