रामानाथी (गोवा) १८ जून (वार्ता.) – हिन्दुओं के हाथों से सर्वप्रकार के रोजगार निकले जा रहे हैं । आज अनेक स्थानों पर हिन्दू फलविक्रेता नहीं दिखाई देते । इसे बदलने के लिए हमने ‘H2H’ मुहिम आरंभ की और उसे अच्छा प्रतिसाद भी मिल रहा है । इससे अधिकाधिक हिन्दुओं में व्यापारी क्षेत्र के विषय में जागृति निर्माण होकर वे व्यापार की ओर मुड रहे हैं । छत्रपति शिवाजी महाराजजी को संत रामदास स्वामी का मार्गदर्शन मिला; परंतु आजकल के लोकप्रतिनिधि किसी भी संत-महात्मा का मार्गदर्शन नहीं लेते । संत-महात्माओं का मार्गदर्शन मिलने पर ही खरा विकास संभव है । ‘जो हिन्दू राष्ट्र के लिए कार्य करेगा, उसी को मतदान करूंगा’, ऐसा लोकप्रतिनिधियों को दृढता से बताना होगा, ऐसा प्रतिपादन भाग्यनगर, तेलंगाणा के ‘सायबर सिपाही’के अध्यक्ष श्री. राजीव शाह ने यहां किया ।
रामनाथी (गोवा) में हो रहे दशम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में १७ जून को वे बोल रहे थे । इस अवसर पर व्यासपीठ पर सुराज्य संग्राम संगठन के अध्यक्ष डॉ. सूरज काणेकर, गोवा राज्य के ‘समर्थ भारत’ संगठन के सहसंस्थापक डॉ. उदय देशमुख, बेंगळुरु (कर्नाटक) ‘स्वर्णभूमि गोशाला’के संस्थापक अध्यक्ष श्री. राघवेंद्र डी.एस्., जबलपुर (मध्यप्रदेश) ‘हिन्दू धर्मसेना’ संस्थापक श्री. योगेश अग्रवाल, भोपाल (मध्यप्रदेश) के ‘धर्मरक्षक’ संगठन के संस्थापक श्री. विनोद यादव, ये मान्यवर उपस्थित थे ।
अधिकाधिक हिन्दुओं के व्यापारी क्षेत्र में आने पर ‘फल जिहाद’पर अंकुश लगाना संभव होगा ! – डॉ. सूरज काणेकर, अध्यक्ष, सुराज्य संग्राम संगठन, गोवा
गोमाता से समाज को अनेक लाभ होने से गोमाता को नियोजितढंग से हिन्दुओं के जीवन से एक ओर किया जा रहा है । मैं स्वयं ‘एलोपैथी डॉक्टर’ होते हुए भी उस विषय में अध्ययन करने पर मेरे ध्यान में आया कि ‘एलोपैथी, यह केवल आर्थिक खेल है ।’ स्वयं को निरोगी रखना हो, तो योग का प्रशिक्षण लेना ही आवश्यक है । लोगों को स्वदेशी वस्तुएं मिलें, इसलिए हमने दुकानें शुरू कीं । इसके साथ ही गीर गाय के सवा दो लाख लीटर दूध का व्यवसाय शुरू किया । अधिकाधिक हिन्दू व्यापारी क्षेत्र में उतरने पर ‘फल जिहाद’पर अंकुश लगा सकते हैं ।
हिन्दुओं को आर्थिक दृष्टि से सक्षम बनानेवाली अर्थव्यवस्था निर्माण करने का हमारा निश्चय ! – डॉ. उदय देशमुख, सहसंस्थापक, समर्थ भारत, गोवा
कोरोना के काल में गोवा के प्रत्येक नुक्कड पर फल एवं साग-सब्जियों की अन्य पंथियों की दुकानें हमने देखीं । ऐसे लोगों को भी दुकान चलाते देखा, जिन्हें उस परिसर में कभी देखा तक नहीं गया था । इससे पैसे अन्य धर्मियों की जेबों में जाते हैं । यह रोकने के लिए कोरोना की अवधि में हमने ‘समर्थ भारत’ एक अभियान आरंभ किया । गोवा में कोरोना की दूसरी लहर के समय हमने ‘समर्थ भारत’की ४४ स्टॉल (वितरण कक्ष) विविध स्थानों पर खोले । इससे अन्य धर्मियों से खरीदने के स्थान पर हिन्दुओं को जीवनोपयोगी सामग्री के लिए पर्याय उपलब्ध हो गया । हम सीधे किसानों से फल-सब्जियां खरीदकर ग्राहकों को बेचते हैं । इसमें सभी हिन्दू हैं ।
हिन्दुओं को प्राप्त होनेवाले पैसों से कम से कुछ धन तो राष्ट्रकार्य के लिए उपयोग में लाया जाएगा । अपने गांव में, शहर में इसप्रकार के स्टॉल शुरू करने हैं, तो उनकी ‘समर्थ भारत’ सहायता करेगा, ऐसा आवाहन ‘समर्थ भारत’के सहसंस्थापक डॉ. उदय देशमुख ने किया । वे ‘फल जिहाद को उत्तर : हिन्दू युवकोंके लिए रोजगारनिर्मिति’ इस विषय पर बोल रहे थे ।
गायों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक हिन्दू को शपथ लेनी चाहिए ! – श्री. राघवेंद्र डी.एस्., संस्थापक अध्यक्ष, स्वर्णभूमि, गोशाला, बेंगळुरू, कर्नाटक
‘गोरक्षा अर्थात गाय आधारित अर्थव्यवस्था’ इस विषय पर बोलते हुए कर्नाटक राज्य के बेंगळुरू के स्वर्णभूमि गोशाला के संस्थापक अध्यक्ष श्री. राघवेंद्र डी.एस्. बोले, मैंने गोशाला निर्माण की है और उसमें ४०० देशी गायों का पालन करता हूं । मेरे पास बंगला एवं पैसा नहीं; अपितु ४०० गाएं हैं । मैं १ सहस्र गायों का पालन करने का विचार कर रहा हूं । भारत में गायों का पालन काफी मात्रा में करना चाहिए । हमने यदि गायों का पालन नहीं किया, तो सृष्टि नहीं बचेगी । प्रत्येक हिन्दू को एक गाय पालनी चाहिए । गायों को कत्ल के लिए पशुवधगृह में न भेजें । दीक्षा लेकर गायों का पालन करें । गाय के गोमूत्र एवं गोबर से दंतमंजन एवं अनेक वस्तुओं का उत्पादन कर सकते हैं । विदेश की गायों का दूध पीने के स्थान पर अपनी देशी गायों का दूध प्रतिदिन पिएं । वह पौष्टिक है । प्रतिदिन गायों के गोबर से बने इंधन का उपयोग करने से परदेश से इंधन आयात नहीं करना होगा । उससे काफी मात्रा में पैसों की बचत हो सकती है । देश स्वतंत्र होने के उपरांत देश में गायों की संख्या ७०४ करोड थी । अब देश में केवल १५ करोड गाएं शेष हैं । गायों के कारण समाज रोगमुक्त हो सकता है । देशी गायों का पालन करने के लिए सरकार से अनुदान मिलता है । गायों में श्री महालक्ष्मी सहित अन्य देवी-देवताओं का वास है । इसलिए गायों की रक्षा करने के लिए प्रत्येक हिन्दू को शपथ लेनी चाहिए ।
ईश्वर हिन्दुत्व के कार्य की बाधा दूर करता है, इसकी अनुभूति ली ! – श्री. योगेश अग्रवाल, संस्थापक, हिन्दू धर्मसेना, जबलपुर, मध्यप्रदेश
जबलपुर में मैं लव जिहाद एवं धर्मपरिवर्तन के विषय में जनजागृति करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करता हूं । उन्हें धर्मप्रेमियों का उत्तम प्रतिसाद मिल रहा है । हम जब हिन्दुत्व का कार्य करते हैं, तब ईश्वर अपने कार्य में आनेवाली बाधाएं दूर करता है । इसका अनुभव मैंने लिया है । जबलपुर में भाग्यनगर (तेलंगाणा) के भाजपा के विधायक टी. राजासिंह की सभा आयोजित करने के पश्चात वर्षा हो रही थी । बिजली भी चली गई थी; परंतु हमने जब ईश्वर से प्रार्थना की, तब हमारे कार्य की बाधाएं दूर हो गईं और सभा निर्विघ्नरूप से संपन्न हुई ।
हिन्दू युवतियों को धर्मशिक्षा देने पर ही खरे अर्थ में ‘लव जिहाद’ रोकना संभव ! – श्री. विनोद यादव, संस्थापक, धर्मरक्षक, भोपाल (मध्यप्रदेश)
देश में आतंकवाद, भ्रष्टाचार, लूटपाट आदि के बढते हुए भी पुलिस उसे छोडकर हिन्दू संगठनों की गतिविधियों की कडी निगरानी कर रही है । यह हिन्दुओं का दुर्भाग्य है । भोपाल में हिन्दू देवी-देवताओं के विषय में झूठा प्रसार कर हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन किया जा रहा है । इस विषय में हिन्दुओं की जनजागृति पर हम जो बैठकें ले रहे हैं, इससे हिन्दुओं में जागृति हो रही है । हिन्दू राष्ट्र की निर्मिति के लिए सभी को स्वयं में धार्मिकता निर्माण करनी होगी । मध्यप्रदेश में मुसलमानों की संख्या हिन्दुओं के समान होने की स्थिति निर्माण हो गई है । मध्येप्रदेश में निर्धन घरों की लडकियां एवं महिलाएं भारी संख्या में ‘लव जिहाद’की बलि चढ रही हैं । हिन्दू युवतियों को धर्मशिक्षा देने पर खरे अर्थ में ‘लव जिहाद’ रोका जा सकता है ।