बंगालमें तृणमूल कांग्रेसके कार्यकर्ताकी हत्या
बंगालमें कानून और व्यवस्थाकी बिगड़ी हुई स्थिति वहां राष्ट्रपति शासन अनिवार्य कर रही है !
बंगालमें कानून और व्यवस्थाकी बिगड़ी हुई स्थिति वहां राष्ट्रपति शासन अनिवार्य कर रही है !
तृणमूल कांग्रेस सरकार विसर्जित कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही बंगाल में हो रही इन घटनाओं पर एकमेव उपाय है ! ऐसी हत्या अन्य पक्षों के कार्यकर्ताओं की भाजपा सरकार के राज्यों में हुई होती, तो अब तक अन्य पक्षों ने आकाशपाताल एक कर दिया होता !
बंगाल में राष्ट्रपति शासन कब लागू होगा ?
रेल स्थानक पर खडी मालगाडी से पीछे से आई दूसरी मालगाडी टकराई !
बंगाल की ‘हिन्दू समाज पार्टी’ की ओर से श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को पत्र भेजकर विरोध
इससे स्पष्ट होता है कि, बंगाल सरकार संविधान के अनुसार निर्णय नहीं लेती है । ऐसी सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना ही योग्य होगा !
पंचायत स्तर के चुनावों के लिए केंद्रीय बल को तैनात करना पडता है, यह तथ्य स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी बिगड चुकी है । इसलिए केंद्र सरकार को बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए !
मालदा जिले में कालियाचक के भांगर क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस और ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट’ के कार्यकर्ताओं में हुई मारपीट में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता की मृत्यु हो गई ।
बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा होने के दिन से वहां हिंसा चालू हुई है । १७ जून के दिन केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक के वाहन काफिले पर आक्रमण किया गया ।
ऐसे लेनदेन में पैसे का स्रोत महत्त्वपूर्ण सिद्ध होता है; परंतु निर्णायक नहीं ! कोलकाता उच्च न्यायालय ने एक प्रकरण की सुनवाई के समय ऐसा कहा ।