शेख शाहजहां को त्वरित बंदी बनाया जाय ! – कलकत्ता उच्च न्यायालय का सरकार को आदेश

बंगाल के संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं के यौन शोषण का लज्जास्पद जघन्य प्रकरण !

तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां

कोलकाता (बंगाल) – कलकत्ता उच्च न्यायालय ने संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं के यौन शोषण के प्रकरण में आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को बंदी बनाने का आदेश दिया है। गत अनेक दिनों से शेख का छुप कर भाग रहा है।

१. न्यायालय ने कहा कि पुलिस शेख शाहजहां के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? क्या उसे बंदी बनाने पर रोक है? शेख शाहजहां के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण प्रविष्ट किया गया है और वह मुख्य आरोपी है। ऐसी परिस्थिति  में उसे तुरंत बंदी बनाया जाना चाहिए।’

२. एक याचिकाकर्ता ने न्यायालय में मांग की है कि उच्च न्यायालय को प्रकरण के अन्वेषण के लिए   एक स्वतंत्र समिति बनानी चाहिए। इस मांग पर न्यायालय ने कहा, ‘हम ऐसा करेंगे; किन्तु राज्य सरकार, पुलिस, सी.बी.आई. और प्रवर्तन निदेशालय को न्यायालय में उपस्थित रहना चाहिए।’

३. इस जघन्य आपराधिक  प्रकरण में शेख शाहजहां और उसके दो सहयोगियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर महिलाओं से सामूहिक बलात्कार का आरोप है। पुलिस ने इस प्रकरण में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार समेत १८ लोगों को बंदी बनाया है।

तृणमूल कांग्रेस नेता के घर पर आक्रमण

संदेशखाली में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता शंकर सरदार के घर पर स्थानीय हिन्दू महिलाओं ने आक्रमण किया और तोडफोड की तथा इससे पहले तृणमूल नेता अजीत मैती की चप्पलों से पिटाई भी की गई।

संपादकीय भूमिका

उच्च न्यायालय को ऐसा आदेश देना पडा, इससे ज्ञात होता है कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी रसातल में चली गई  है ! इसका एकमात्र समाधान बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाकर स्थिति को सुधारना है।’