Shahjahan Sheikh Arrest : हिन्दू महिलाओं का यौन शोषण करनेवाला तृणमूल कांग्रेस का नेता शाहजहां शेख को अंततः बनाया गया बंदी !

५५ दिनों तक चल रहा था फरार

तृणमूल कांग्रेस का नेता शाहजहां शेख

कोलकाता (बंगाल) – बंगाल के उत्तर २४ परगणा जिले के संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं का यौन शोषण करने के मामले में तथा प्रवर्तन निदेशालय के पथक पर किए गए आक्रमण का मुख्य सूत्रधार, तृणमूल कांग्रेस का नेता शेख शाहजहां को अंततः बंगाल पुलिस ने बंदी बनाया । उसे न्यायालय में उपस्थित करने पर न्यायालय ने उसे १० दिन की पुलिस हिरासत में रखने को कहा है । मीनाखान परिसर के घर में शाहजहां शेख छिपा था । वह ५५ दिनों से फरार चल रहा था ।

कोलकाता उच्च न्यायालय ने शाहजहां के मामले में राज्य सरकार पर टिप्पणी करने के उपरांत ही शाहजहां शेख को बंदी बनाया गया है । शाहजहां को बंदी बनाया जानेपर संदेशखाली की महिलाओं ने होली खेलकर आनंद मनाया । दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने शाहजहां को ६ वर्षाें के लिए पार्टी से निलंबित किया है ।

पुलिस शाहजहां को पंचतारांकित सुविधा देगी ! – भाजपा का आरोप

बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदू अधिकारी ने कहा कि शाहजहां शेख की पुलिस तथा न्यायालयीन कोठरी में अच्छी देखभाल की जाएगी । उसे कारागृह में पंचतारांकित होटल की भांति सुविधाएं दी जाएगी । उसे एक भ्रमणभाष भी दिया जाएगा, जिसकी सहायता से वह पार्टी को ऑनलाईन चलाएगा ।

बंदी बनाने के उपरांत भी उद्दंडता से चला रहा था शेख शाहजहां !

शाहजहां शेख को बंदी बनाया जाने के उपरांत उसे न्यायालय में ले जाते समय के दृश्य समाचार वाहिनियों ने प्रसारित किए । उस समय ‘पुलिस ने उसे बंदी बनाया है और उसके चेहेरे पर भय दिख रहा है’, ऐसा थोडा भी नहीं दिख रहा था । वह एक राजा की भांति चल रहा है और पुलिस उसकी सेवा में हैं, ऐसा लग रहा था । प्रसारमाध्यमों के कैमरों के सामने वह ऊंगलियों से विजयी मुद्रा (वी जैसा आकार) कर दिखा रहा था । इस सूत्र को लेकर भाजपा ने भी बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की आलोचना की है । (तृणमूल कांग्रेस के राज्य में पुलिस का कोई सम्मान नहीं रहा है, यही बात इससे दिखाई देती है ! – संपादक)

संपादकीय भूमिका

उच्च न्यायालय ने आदेश दिए, इसीलिए बंगाल सरकार ने जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए उसे बंदी बनाया । तृणमूल कांग्रेस यदि संवेदनाक्षम होती, तो ५५ दिनों तक शाहजहां मुक्त नहीं रहता । उसे बंदी बनाया भी होगा, परंतु उसपर कार्यवाही नहीं होगी, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है । इसलिए केंद्र सरकार को ही उसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर उसने किए आक्रमण के मामले में बंदी बनाकर उसका वास्तविक स्वरूप सबके सामने लाना चाहिए !