अधिवक्ताओं की कमी के कारण देश में ६३ लाख से अधिक प्रकरण न्यायदान से वंचित हैं ! – मुख्य न्यायाधीश

चूंकि अनेक न्यायालयों से अभी आंकड़े प्राप्त नहीं हुए हैं, यह संख्या कम भी हो सकती है, किन्तु हमारे न्यायालयों को कुशलतापूर्वक कार्यपालन करने के लिए ´बार संघों´ (बार एसोसिएशन ) के साथ समर्थन और सहयोग करने की आवश्यकता है ।

भारत की वास्तविकता अर्थात भ्रष्टाचार !

यह वास्तविकता भारतीयों ने स्वीकार करने के साथ ‘इसे कभी भी बदला नहीं जा सकता’, यह भी स्वीकार किया है । यह पराभूत मानसिकता बदलने के लिए जनता को इसके विरोध में संगठित होना आवश्यक है !

इस्रो ने अंतरिक्ष में भेजे ९ उपग्रह !

भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्था ने (इस्रो ने) यहां स्थित सतीश धवन उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से दोपहर १२ के आसपास ‘पी.एस.एल.वी. (पोलार सेटेलाईट लौन्च वेईकल)-सी ५४’ योजना के अंतर्गत ९ उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया ।

गिरजाघर के पादरियों को सरकारी कोष से वेतन का भुगतान क्यों किया जाना चाहिए ?

‘आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी स्वयं ईसाई हैं, इसी कारण सरकारी कोष का धन पादरियों पर उड़ाया जा रहा है’ ? यदि कोई यह कहता है तो इसमें उसका का क्या दोष !

शिक्षा मुनाफा कमाने का व्यवसाय नहीं ! – उच्चतम न्यायालय

शिक्षा, मुनाफा कमाने का व्यवसाय न होने के कारण शिक्षा शुल्क (ट्यूशन फी) सहन करने योग्य होनी चाहिए, ऐसी टिप्पणी उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में दिए एक निर्णय में की । उच्चतम न्यायालय ने मेडिकल कॉलेज का शिक्षा शुल्क बढाए जाने के आंध्रप्रदेश सरकार के निर्णय को स्थगिति दी ।

तिरुपति मंदिर द्वारा घोषित की गई कुल संपत्ति २ लाख २६ सहस्र करोड रुपए !

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम्न ने पहली बार मंदिर की कुल संपत्ति घोषित की है । जिसमें मंदिर के राष्ट्रीयकृत बैंक में ५ सहस्र ३०० करोड रुपए मूल्य का १०.३ टन सोना, १५ सहस्र ९३८ करोड रुपए नकद जमा होने का बताया गया है ।

सबसे भारी रॉकेट ‘एल.वी.एम.३’का इस्रो ने किया सफलतापूर्वक प्रक्षेपण !

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्था अर्थात ‘इस्रो’ ने दिवाली के शुभमुहूर्त पर ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है । २३ अक्टूबर को दोपहर १२:०७ बजे आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से सबसे भारी रॉकेट ‘एल.वी.एम.३’ द्वारा उसने अपना पहला व्यावसायिक प्रक्षेपण किया ।

मठ के मंदिर पर कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने का आंध्रप्रदेश सरकार का निर्णय अमान्य !

पूरे भारत में मठ तथा मंदिर सरकारीकरण से मुक्त होने हेतु हिन्दुओं को संगठित होकर वैध मार्ग से प्रयास करना आवश्यक !

तिरुपति की भीत (दीवार) पर बनाए हिन्दू देवताओं के चित्रों पर स्वयं के दल का रंग लगाया

हिन्दुओं को सर्वधर्मसमभाव की खुराक देकर और उसके नशे में धुत रखने के कारण यह परिस्थिति निर्माण हुई है । हिन्दू अब इस नशे से बाहर आकर होश में आएं और ऐसी चेष्टा करने का पुन: कोई साहस न करे, ऐसी स्थिति निर्माण करें !

‘अब प्रत्येक मुसलमान युवक को बंदी बनाया जाएगा !’ – असुदुद्दीन ओवैसी

यह विधान मुसलमानों को उकसाने का भाग नहीं है क्या ? ‘पी.एफ्.आई’का समर्थन करनेवाले ऐसे सभी लोगों पर भी सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए !