मठ के मंदिर पर कार्यकारी अधिकारी नियुक्त करने का आंध्रप्रदेश सरकार का निर्णय अमान्य !
पूरे भारत में मठ तथा मंदिर सरकारीकरण से मुक्त होने हेतु हिन्दुओं को संगठित होकर वैध मार्ग से प्रयास करना आवश्यक !
पूरे भारत में मठ तथा मंदिर सरकारीकरण से मुक्त होने हेतु हिन्दुओं को संगठित होकर वैध मार्ग से प्रयास करना आवश्यक !
हिन्दुओं को सर्वधर्मसमभाव की खुराक देकर और उसके नशे में धुत रखने के कारण यह परिस्थिति निर्माण हुई है । हिन्दू अब इस नशे से बाहर आकर होश में आएं और ऐसी चेष्टा करने का पुन: कोई साहस न करे, ऐसी स्थिति निर्माण करें !
यह विधान मुसलमानों को उकसाने का भाग नहीं है क्या ? ‘पी.एफ्.आई’का समर्थन करनेवाले ऐसे सभी लोगों पर भी सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए !
मंदिरों का सरकारीकरण होने पर ऐसा ही होगा !
देश के ७४ वें स्वतंत्रतादिवस पर यहां के बंगला बाजार भाग में कुछ लोगों ने तिरंगा शोभायात्रा निकाली थी । इस समय उनका दूसरे गुट से वाद-विवाद होने लगा ।
भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुए अब ७५ वर्ष पूरे हुए हैं । इस अवसर का लाभ उठाते हुए पूरे देश की ७५ पाठशालाओं के ७५० छात्रों ने आजादी सॅट’ उपग्रह तैयार किया है ।
आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार द्वारा शुरू की गई ड्रोन वैमानिक प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत केवल मुसलमान और ईसाई धर्म के लोगों को ही प्रशिक्षण दिया जा रहा है । इस पर भाजपा के राज्य-मुख्य सचिव विष्णु वर्धन रेड्डी ने आलोचना की है ।
नगरपालिका बैठक में मुसलमान नगरसेवकों ने राष्ट्रगीत का अपमान किया है ।
देश के विभाजन के लिए तथा १० लाख हिंदुओं की हत्या के लिए उत्तरदायी जिन्नाह का नाम इस देश में चलता है, यह देशवासियों के लिए लज्जास्पद !
भले ही १५ हजार हिन्दू हों, किन्तु मुट्ठी भर धर्मांध कट्टरपंथियों ने उन पर पत्थर फेंकने का साहस किया और हिंदुओं को मारा- पीटा ; यह हिन्दुओं के लिए अति लज्जास्पद है !