भारत की वास्तविकता अर्थात भ्रष्टाचार !

‘इन्फोसिस’ कंपनी के संस्थापक एन.आर. नारायण मूर्ति का अटल मत !

‘इन्फोसिस’ कंपनी के संस्थापक एन.आर.नारायण मूर्ति

अमरावती (आंध्र प्रदेश) – भारत की वास्तविकता अर्थात ‘भ्रष्टाचार, गंदे रास्ते, प्रदूषण और अधिकांशत: सत्ता का अभाव’ है; लेकिन सिंगापुरी की वास्तविकता अर्थात स्वच्छ रास्ते, स्वच्छ पर्यावरण और जनता के पास होने वाली सत्ता, ऐसा 8 ठोस प्रतिपादन ‘इन्फोसिस’ कंपनी के संस्थापक एन.आर.नारायण मूर्ति ने किया । वे आंध्र प्रदेश में विजयानगरम् जिले के राजम भाग में स्थित ‘जी.एम.आर. इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ इस संस्था में आयोजित की गई संगोष्ठी में बोल रहे थे ।

१. नारायण मूर्ति ने आगे कहा कि, युवकों को समाज में परिवर्तन लाने की दृष्टि से स्वयं की मानसिकता निर्माण करनी चाहिए । अपने स्वयं के हित के पहले लोगों के, समाज के और देश के हित को सामने रखना चाहिए ।

२. नारायण मूर्ति ने आवाहन किया कि, हम सभी को किसी भी कमी को ‘परिवर्तन के अवसर’ के रूप में देखना चाहिए । किसी और के नेतृत्व करने की प्रतीक्षा करने के बजाय, आप सभी को स्वयं नेतृत्व करने के लिए कदम बढ़ाने की आवश्यकता है ।

संपादकीय भूमिका

यह वास्तविकता भारतीयों ने स्वीकार करने के साथ ‘इसे कभी भी बदला नहीं जा सकता’, यह भी स्वीकार किया है । यह पराभूत मानसिकता बदलने के लिए जनता को इसके विरोध में संगठित होना आवश्यक है !