संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पुन: टर्की ने कश्मीर का राग अलापा !

इसे कहते हैं कि कुत्ते की पूंछ सीधी करने के लिए चाहे कितना भी प्रयास करें, वह टेढी ही रहेगी ! भूकंप की कालावधि में भारत द्वारा टर्की की सहायता करने पर भी वह पाकिस्तान के ही लिए पागल है, यह स्पष्ट होता है !

जर्मनी के चान्सलर ओलाफ स्कोल्ज भारत दौरे पर !

जर्मनी के चान्सलर ओलाफ स्कोल्ज २ दिवसीय भारत दौरे पर राजधानी देहली पहुंचे हैं । उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भेंट की । साथ ही राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी चान्सलर स्कोल्ज भेंट करने वाले हैं ।

पाकिस्तान ही आतंकवादियों का सुरक्षित आश्रयदाता ! – संयुक्त राष्ट्र में भारत के खडे बोल

बार-बार ऐसे दिशाहीन सूत्र रखकर महासभा का अनमोल समय व्यर्थ करने को लेकर पाकिस्तान को सभा से निकालने के लिए भारत ने संयुक्त राष्ट्र पर दबाव बनाना चाहिए !

उत्तर कोरिया ने अंतर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का किया परिक्षण l

उत्तर कोरिया ने यह घोषित किया कि, उसने कुछ दिन पूर्व उसके ‘हावसोंग-१५’ इस अंतर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है ।

अफगानिस्तान आतंकवाद का मुख्य केंद्र ! – संयुक्त राष्ट्र

अफगानिस्तान मध्य और दक्षिण एशिया में आतंकवाद का मुख्य केंद्र बन गया है ।

अब्दुल रहमान मक्की ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी’ घोषित !

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी’ घोषित किया है । मक्की लष्कर-ए-तोयबा का प्रमुख और मुंबई पर हुए आक्रमण के मुख्य सूत्रधार हाफिज सईद का साला है ।

आपके पीछे सांप दिख गया, तो वह पडोसी को नहीं, अपितु आप को भी डंस लेगा !

विश्व मूर्ख नहीं है । आतंकवादियों से संबंधित देश, संगठन तथा उसे रोकने का प्रयास विश्व को ज्ञात है । आज विश्व पाकिस्तान की ओर आतंकवाद के केंद्र के रूप में देख रहा है । पाकिस्तान को उचित सुझाव पसंद नहीं आता; परंतु तब भी मेरा उन्हें यह सुझाव है कि आज आतंकवाद छोडकर अच्छा पडोसी बनने का प्रयास कीजिए ।

ओसामा बिन लादेन की आदर-सत्कार करनेवाले हमें उपदेश न दें !

आतंकवाद के विरुद्ध पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है तथा ऐसे समय कुछ लोग अपराधी तथा आतंकवादी आक्रमणों का षड्यंत्र रचानेवाले लोगों को उचित सिद्ध कर रहे हैं । उनकी सुरक्षा के लिए वे अंतर्राष्ट्रीय व्यासपीठ का अनुचित प्रयोग कर रहे हैं ।

राजनीतिक सुविधा के लिए आतंकवादियों के ‘अच्छे अथवा बुरे’, ऐसा वर्गीकरण करने का युग समाप्त होना चाहिए !

आतंकवादियों के अच्छे अथवा बुरे, ऐसा वर्गीकरण करने का युग समाप्त होना चाहिए । इस प्रकार का वर्गीकरण आतंकवादियों के विरोध में लडने की कटिबद्धता को दुर्बल करता है, ऐसे शब्दों में भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाक को उसका नाम लिए बिना फटकार लगाई ।

भारत में हलाल प्रमाणपत्र देनेवाले संगठनों द्वारा ‘२६/११’के आतंकवादी आक्रमण के आरोपियों के अभियोग के लिए आर्थिक सहायता !

‘जमियत उलेमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट’ द्वारा आतंकवादियों की सहायता उजागर होने पर भी सरकार उस पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाती ? ऐसे संगठनों पर अन्वेषण यंत्रणा कब कार्रवाई करेगी ?