भारत ने अफगानिस्तान में भेजा ५० सहस्र मेट्रिक टन अनाज एवं २०० टन औषधियां !

भारत एक हिन्दू बहुसंख्यक देश है एवं वह मुसलमान बहुसंख्यक देश अफगानिस्तान की सहायता कर रहा है; परंतु इस देश में कितने हिन्दू शेष हैं ?

‘भारत’ नाम करने का प्रस्ताव आया, तो विचार करेंगे ! – संयुक्त राष्ट्र

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की ओर से ‘इंडिया’ के स्थान पर ‘भारत’। ऐसा किए जाने के उल्लेख को देखते हुए जनता से भी इसकी मांग होने लगी है । इस पृष्ठभूमि पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से यह प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है ।

पाकिस्तान को कश्मीर सूत्र रखने के स्थान पर उसे परेशान करनेवालेप्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए !

भारत कश्मीर का सूत्र और कितने दशकों तक मुद्दों के आधार पर हल करने का प्रयास करेगा ? इसके स्थान पर पाक व्याप्त कश्मीर पर आक्रमण कर इसे अपने अधिकार में लेने से सभी प्रश्न हल हो जाएंगे !

आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए ‘ब्रिक्स’ देश संगठित रूप से काम कर सकते हैं ! – भारत

संयुक्त राष्ट्रों के आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के अंतर्गत आतंकवादी एवं उनके प्रतिनिधियों की सूची बनाने में ब्रिक्स  देश संगठित रूप से काम कर सकते हैं ।

सर्वाधिक जनसंख्यावाले देश का स्थाई सदस्यों में समावेश न होते हुए भी संयुक्त राष्ट्र विश्व का कैसे प्रतिनिधित्व कर सकते हैं ?

आज के स्थाई सदस्य देश क्या विश्व के वास्तविक प्रतिनिधि हैं ?, यह प्रश्न अब उठ रहा है । जिस उद्देश्य से उन्हें स्थाई स्थायी सदस्यों के रूप में स्थापित किया गया, तो क्या आज वे उसकी आपूर्ति करने में सक्षम हैं ? विशेषकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इस विसंगति का प्रतीक है ।

स्विडेन में बारंबार कुरान जलाया, इसके विरुद्ध पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्रों में प्रस्तुत प्रस्ताव को भारत का समर्थन !

इस प्रस्ताव में पाकिस्तान द्वारा मांग की गई है कि कुरान जलानेवालों पर कठोर कार्रवाई की जाए ।

योग वैश्विक आत्मा बन गया ! – प्रधान मंत्री मोदी

पूरे विश्व में ९ वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया !

संयुक्त राष्ट्रों में चीन ने पुनः एक बार किया पाकिस्तानी आतकंवादियों का समर्थन  !

साजीद मीर को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित करने का प्रस्ताव रोका !

संयुक्त राष्ट्र की शांति मुहिम में प्राण अर्पण करने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए स्मृति भीत का निर्माण किया जाएगा !

संयुक्त राष्ट्र की ओर से भारत के प्रस्ताव को मान्यता l