बिहार में अनेक स्थानों पर रामनवमी की शोभायात्राओं पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा आक्रमण
धर्मांधों द्वारा गोलीबारी
हिन्दुओं के घर तथा दुकानें लुटी गईं
धर्मांधों द्वारा गोलीबारी
हिन्दुओं के घर तथा दुकानें लुटी गईं
मुसलमानबहुल क्षेत्र मालवणी में श्रीरामनवमी के उपलक्ष्य में निकाली गई शोभायात्रा में धर्मांधों ने दंगा कराया । मालवणी गेट क्रमांक ५ में शोभायात्रा आने पर दंगा आरंभ हुआ । यहां बडे स्तर पर नारेबाजी की गई, साथ ही चप्पल भी फेंके गए । इस समय हिन्दुओं एवं धर्मांधों में जोरदार मारपीट हुई ।
भारत में हिन्दू-मुसलमान दंगे का इतिहास बहुत पुराना है । किसी ने यह संपूर्ण इतिहास लिखना चाहा, तो उसका एक बडा ग्रंथ बन जाएगा । भारत में हिन्दू-मुसलमान में किसी न किसी कारण से बार-बार सांप्रदायिक दंगे होते रहते हैं ।
झारखंड में ‘झारखंड मुक्ती मोर्चा’ की हिन्दूद्वेषी सरकार होने के कारण वहां धर्मांधों का गढ है तथा वह इस प्रकार की खुराफात करते हैं ! हिन्दुओं को उनकी रक्षा के लिए हिन्दुत्वनिष्ठों को मत देना आवश्यक है !
‘फिफा’ विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में फ्रांस द्वारा मोरक्को को २-० से पराजित करने के पश्चात बेल्जियम में हिंसा भडक उठी । मोरक्को टीम के १०० से अधिक प्रशंसकों ने ब्रुसेल्स में दंगा नियंत्रण विभाग के पुलिस पर आक्रमण किया ।
गों में हिन्दुओं का सहभाग नहीं होता है । वे शांतिप्रिय हैं । हिन्दू समाज ‘जिहाद’ पर विश्वास नहीं रखता । ऐसी प्रतिक्रिया असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के ‘वर्ष २००२ में गुजरात में दंगाइयों को सबक सिखाया गया’, इस विसंधान पर दी ।
यदि कोई कहता है कि ‘मुसलमानों के त्योहार और हिंसाचार´ दोनों का सह अस्तित्व स्थायी हो गया है, तो इसमें अनुचित क्या है ?
वर्ष २००२ के गुजरात दंगे का प्रकरण !
तिस्ता सेटलवाड एवं अन्य दो जनों पर आरोपपत्र में दावा !
सर्वोच्च न्यायालय ने वर्ष २००२ के गुजरात दंगे से संबंधित सभी मुकदमों को बंद करने के आदेश दिए हैं । इतने दिनों के उपरांत इन प्रकरणों पर सुनवाई करने का कोई सार नहीं है, सरन्यायाधीश उदय ललीत के खंडपीठ ने ऐसे कहा है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से २ दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं । उनके दौरे से पूर्व गुजरात के कच्छ जिले के भुज में धार्मिक संघर्ष छिड गया है ।