मणिपुर में हिंसा रोकने हेतु सेना की नियुक्ति !
स्थानीय आदिवासी मैती समाज के संदर्भ में उच्च न्यायालय के आदेश का कर रहे विरोध !
स्थानीय आदिवासी मैती समाज के संदर्भ में उच्च न्यायालय के आदेश का कर रहे विरोध !
‘कांग्रेस के चुनाव में जीतने पर पूरे कर्नाटक में होंगे दंगे’, ऐसा दिया था वक्तव्य !
यदि भाजपशासित राज्या में ऐसे दंगे होते, तो अभी तक देश के सभी ढोंगी निरपेक्षतावादी तथा पुरो(अधो)गामी राजनीतिक पार्टियां एवं संगठनों ने कोलाहल मचाया होता |
से आक्रमण होना झारखंड मुक्ति मोर्चा जैसी हिन्दू द्रोही पार्टी को सत्तारूढ करनेवाले हिन्दुओं के लिए दंड ही है !
छत्तीसगढ में कांग्रेस अर्थात पाकिस्तानी राज होने से वहां के हिन्दुओं की रक्षा होना निश्चित रूप से आवश्यक है ! इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु राज्य के हिन्दुओं को संगठित होकर उनकी रक्षा करनेवालों को चुन कर लाना आवश्यक है !
पुलिस ने बताया कि हिंसा के उपरांत अनुमानत: २०० लोगों ने अपने घर छोड कर रोवांगछरी की सैनिक छावनी में आश्रय लिया ।
भारत में श्रीरामनवमी की शोभायात्राओं पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा हुए आक्रमणों के उपरांत हनुमान जयंती की शोभायात्राओं को सुरक्षा दी गई थी । इस पृष्ठभूमि पर यह ट्वीट किया गया है ।
हिन्दुओं की धार्मिक फेरियां यदि मस्जिद मार्ग से जाएं, तो कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा आक्रमण किया जाता है, कट्टरपंथियों को पुलिस ने सावधानी के रूप में बंदी बनाया, क्या कभी ऐसा सुना है ? यदि पुलिस इतनी तत्पर होती, तो हिन्दुओं की फेरियों पर एक भी आक्रमण न हुआ होता
हुगली में पुनः हुई हिंसा की घटनाओं के उपरांत राज्यपाल ने इस क्षेत्र का दौरा किया ।
रमजान की अवधि में बम बनाना एवं हिन्दुओं को मारने के लिए उसका प्रयोग करना, इस विषय में मुसलमानों के धर्मगुरु, नेता, अभिनेता नसरुद्दीन शाह, पत्रकार राणा अयुब जैसे लोग मुंह क्यूं नहीं खोलते ?