Pakistani Toolkit Haldwani Riots : हल्‍द्वानी (उत्तराखंड) की हिंसा के पीछे पाकिस्‍तान की ‘टूलकिट’ का उपयोग 

पाकिस्‍तान भारत में सहजता से हिंसा करा सकता है, यह भारतीय गुप्‍तचर एवं सुरक्षा तंत्रों के लिए लज्‍जाजनक  !

Haldwani Violence : हल्द्वानी (उत्तराखंड) में गैरकानूनी मस्जिद के स्थान पर बनाई गई पुलिस चौकी !

मुख्यमंत्री धामी द्वारा चौकी बनाना घोषित किए जाने पर २४ घंटों में कार्यवाही ! इस प्रकार की कार्यवाही पूरे देश में हो जाए, तो कुछ समय में ही ‘जिहादी आतंकवाद’ समूल नष्ट हो सकता है, इसमें कोई संदेह नहीं !

हल्द्वानी में जहां अतिक्रमण ध्वस्त किया, वहां पुलिस थाना निर्मित करेंगे ! – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

कुछ दिन पूर्व यहां अतिक्रमण हटाने पर धर्मांधों ने दंगे किए थे । इसमें ५ लोगों की मृत्यु तो १०० से अधिक पुलिस  घायल हुए थे ।

Haldwani Violence : समाजवादी पक्ष नेता के भाई जावेद सिद्दीकी बंदी बनाए गए

समाजवादी पक्ष ये एक और मुस्लिम लीग बन गया है एवं अब हिंदुओं को इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनी चाहिए !

Haldwani Riots : पुलिस थाने में पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने का था प्रयत्न !

हल्द्वानी (उत्तराखंड) में मदरसे हो रही कार्यवाही का विरोध करते हुए धर्मांधों का हिंसाचार !

Tipu Sultan Row : सिरवार (कर्नाटक) में टीपू सुल्तान के पुतले को अज्ञात लोगों द्वारा चप्पलों की माला पहनाने से हिंसा !

लोगों ने महामार्ग रोक कर रास्ते पर टायर जलाए । साथ ही वहां तोडफोड की ।

प्रभावशाली देश में हिंसा !

पापुआ न्यू गिनी तो एक प्रकार से उपेक्षित अथवा अनेक लोगों को ज्ञात ही नहीं है, ऐसा उपमहाद्वीपीय देश है; परंतु उसे प्रशांत महासागर में ‘अत्यंत प्रभावशाली देश’ के रूप में भी गिना जाता है । यहां की जनसंख्या १ करोड से अधिक है । इस देश की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी में १० जनवरी को पुलिस ने हडताल की थी ।

जब तक मणिपुर में सुरक्षा बलों से लूटे गए ५००० हथियार नहीं मिल जाते, हिंसा नहीं रुकेगी ! – भारतीय सेना 

यहां ईसाई कूकी और हिंदू मैतेई समुदाय के बीच हुई हिंसा को साढ़े छह महीने से अधिक समय हो गया है । यहां अब भी हिंसा जारी है ।

हिन्दू, हिन्दुत्व एवं दुर्घटनावश जन्मे (ऐक्सीडेंटली बॉर्न) हिन्दू

हिन्दू धर्म में केवल जन्म लेने से कोई हिन्दुत्वनिष्ठ नहीं हो जाता । हिन्दुत्वनिष्ठ होने के लिए व्यक्ति का केवल जन्म से हिन्दू होना ही पर्याप्त नहीं; अपितु वाणी, विचार एवं आचार से भी उसे हिन्दू होना चाहिए ।

मणिपुर में हिंसा अनायास घटित नहीं हो रही है बल्कि निर्माण की जा रही है ! – प. पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत

वह यहां संघ के विजयादशमी समारोह में बोल रहे थे । इस अवसर पर प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे ।