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देहरादून (उत्तराखंड) – ८ फरवरी को राज्य के हल्द्वानी में बनभूलपुरा परिक्षेत्र में धर्मांध मुसलमानों ने विद्रोह किया था । स्थानीय प्रशासन द्वारा बुलडोजर की सहायता से गैरकानूनी मस्जिद तथा मदरसा गिराया जाने से आक्रोशित धर्मांधों ने पुलिस पर आक्रमण किया था । पुलिस के शस्त्र-अस्त्र भी धर्मांध लेकर भाग गए थे । इस आक्रमण में ५ दंगाइयों सहित ६ लोगों की मृत्यु हुई थी, तथा ३०० से अधिक लोग घायल हुए थे ।
मा०मुख्यमंत्री जी द्वारा बनभूलपुरा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए थाना खोले जाने की घोषणा के मात्र 24 घंटे के भीतर ही अतिक्रमण स्थल पर नई पुलिस चौकी स्थापित की गई। जिसका उद्घाटन बनभूलपुरा हिंसा में घायल महिला कर्मियों द्वारा किया गया। https://t.co/115kb3kn2Z
— Nainital Police Uttarakhand (@nainitalpolice_) February 14, 2024
इसके उपरांत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने घोषणा की थी कि, ‘जहां गैरकानूनी मस्जिद खडी थी, वहीं पर पुलिस चौकी बनाई जाएगी ।’ इसके अनुसार २४ घंटों में ही पुलिस चौकी बनाई गई है । हिंसाचार में घायल दो महिला पुलिसकर्मियों के हाथों ही इस चौकी का उद्घाटन भी किया गया है । यहां पर अब २४ घंटे पुलिस तैनात होगी । नैनिताल के वरिष्ठ पुलिस आयुक्त प्रल्हाद नारायण मीणा ने इसका ब्योरा दिया । इस पुलिस चौकी का दायित्व मुख्य हवालदार के पास सौंपा गया है और उसके साथ ४ हवालदार और सिपाही तैनात किए गए हैं ।
Police post set up at Haldwani (Uttarakhand), at the site where the illegal mosque was demolished; within 24 hours of the announcement by Chief Minister Dhami
➡️ Inauguration was done by 2 policewomen who were attacked by fanatics.
👉 After Uttar Pradesh and Assam, it is the… pic.twitter.com/Fl1c6BHrvM
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 14, 2024
संपादकीय भूमिकाजिहादी आतंकवाद नष्ट करने के लिए किस प्रकार प्रयत्न करने चाहिए ?, इस संदर्भ में अब उत्तर प्रदेश और आसाम के उपरांत उत्तराखंड का नाम सामने आ रहा है । इस प्रकार की कार्यवाही पूरे देश में हो जाए, तो कुछ समय में ही ‘जिहादी आतंकवाद’ समूल नष्ट हो सकता है, इसमें कोई संदेह नहीं ! |