‘पीएफआई’ और ‘सीएफआई’ इन दोनों संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

असम सरकार का मत है कि पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई), इन दोनों संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए । असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, ‘‘मुझे आशा और विश्वास है कि भारत सरकार राज्य सरकार की विनती पर योग्य विचार करेगी ।’’

पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया आशंकाप्रद (खतरनाक) संगठन ! – तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि

नागालैंड के नागा जाति के लोगों को अमेरिका और ब्रिटेन ने स्वतंत्र देश के लिए भडकाया था !

पलक्कड (केरल) में एक संघ स्वयंसेवक की हत्या के प्रकरण में पीएफआइ और एसडीपीआइ के ४ कार्यकर्ताओं को बंदी बनाया गया !

पॉप्युलर फ्रंट ओफ इंडिया पर कब प्रतिबंध लगेगा ?

हिजाब के प्रकरण में दुकानें बंद करने का प्रयास करनेवाले पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं पर अपराध प्रविष्ट

सरकार धमकियों के आगे झुकेगी नहीं ! – उच्च शिक्षामंत्री श्री. अश्वथ नारायण

देश विरोधी कार्यवाहियों के लिए पैसा जमा करने के मामले में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों को हिरासत में लिया

देशविघातक कार्यवाहियां करने वाले पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर कब प्रतिबंध लगाया जाएगा ?

(कहते हैं) ‘मस्जिद के स्थान पर मंदिर बनाने पर वहां ‘अल्ला हु अकबर’ के नारे गूंजेंगे !

इस प्रकार के विधान करने वाले नेताओं वाली पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ! कर्नाटक के भाजपा की सरकार होने से उन्हें इस हेतु प्रयास करने चाहिए, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

प्रतिबंध लगने की संभावना के कारण ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ का अलग अलग नामों से छोटी संस्थाएं बनाकर कार्य जारी रखने का प्रयास !

दांवपेंच में चतुर जिहादी संगठन ! केंद्र सरकार ने यह ध्यान में रखकर जल्द से जल्द राष्ट्र विरोधी कार्यवाहियां करने वाले ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए !

केरल में ६ दिसंबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने कॉन्वेंट पाठशाला के छात्रों को, ‘मैं बाबरी हूं’ लिखे हुए बिल्ले (बॅजेस) वितरित किए !

यदि हिन्दुओं का मंदिर गिराकर, वहां निर्मित बाबरी ढांचे का हिन्दुओंद्वारा तोडा जाना धर्मांध नहीं भूलेंगे; तो हिन्दू ही यह क्यों भूलें कि, मुसलमान आक्रमकोंने देश में साढे चार लाख मंदिरों को तोडा था ?