बरेली (उत्तर प्रदेश) यहां के वनखंडी नाथ मंदिर के पास धर्मांधों ने फेंके कांवडियों पर पत्थर !
उत्तर प्रदेश में भाजपा का शासन रहते हुए धर्मांधों को इस प्रकार से आक्रमण करने का दुस्साहस नहीं होना चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
उत्तर प्रदेश में भाजपा का शासन रहते हुए धर्मांधों को इस प्रकार से आक्रमण करने का दुस्साहस नहीं होना चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
ऐसे लोगों को शरीयत के अनुसार सिर से कमर तक गड्ढे में गाड कर उस पर पत्थर मारकर जान से मारने का दंड देने की कोई मांग करें ,तो इसमें आश्चर्य न लगे !
बंगाल में विगत कुछ माह में ऐसी घटनाएं होने का सामने आ रहा है । तब भी कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, माकप आदि राजनीतिक दल एवं महिला संगठन मुख्य मंत्री ममता बनर्जी से उत्तर पूछते दिखाई नहीं देते, यह ध्यान में लें !
ममता बनर्जी की सरकार मुसलमानों के लिए सब कुछ करती है, तब भी मुसलमान ऐसे कृत्य क्यों कर रहे हैं ? सरकार को इसका विचार करना आवश्यक है !
जिहादी आतंकवादियों का मदरसों में छिपकर बैठने की बात अनेकों बार सामने आई है । मदरसों में अनेक अवैध काम होने की बात भी बार-बार सामने आती है । ऐसा होते हुए भी सरकार भारत के मदरसों को ताले क्यों नहीं लगाती, ऐसा प्रश्न राष्ट्रप्रेमियों के मन में आ रहा है !
एक ओर धर्मांध मुसलमान हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण कर वहां तोडफोड करते हैं, तो दूसरी ओर वे पुजारी साधु बनकर हिन्दुओं को फंसाते हैं । यह हिन्दू धर्म पर आघात है एवं इस विषय में हिन्दुओं को सतर्क होना आवश्यक !
अलकनंदा नदी के निकट स्थित ट्रान्सफॉर्मर के विस्फोट के उपरांत बिजली का झटका लगने से १५ जनों की मृत्यु हो गई तथा अनेक जन घायल हो गए ।
सिंध के मारीमाता मंदिर को गिराया जा रहा था, तब मंदिर गिराने वाले को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई थी, ऐसा समाचार पाकिस्तान के प्रसिद्ध दैनिक ‘डॉन’ ने प्रकाशित किया था ।
उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार है, इसलिए हिन्दुओं कीअपेक्षा है कि हिन्दू तीर्थयात्रियों के साथ ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए ! इसके पीछे जो लोग हैं, उनकी पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए !