दो नाबालिग लडकियों का बलात्कार करने वाले धर्मांध पुलिस अधिकारी को ९ वर्ष बाद आजीवन कारावास की सजा
९ वर्षों बाद पीडितों को न्याय मिलना, यह न्याय न होकर अन्याय ही है !
९ वर्षों बाद पीडितों को न्याय मिलना, यह न्याय न होकर अन्याय ही है !
जयपुर एवं चित्तौडगढ पुलिस ने जयपुर में बम विस्फोट का षड्यंत्र रचनेवाले जुबेर, अल्तमस और सरफुद्दीन नामक ३ आतंकवादियों को बंदी बनाया है ।
इस हत्याकांड पर सारे (धर्मनिरपेक्ष) और धर्मनिरपेक्षतावादी चुप क्यों हैं ? अब वे इसे ‘असहिष्णुता’ नहीं कहेंगे !
जो कश्मीर में हिन्दुओं के सन्दर्भ में हुआ, वही आज उत्तर प्रदेश में हो रहा है तो यह हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद ! सरकार को इसका त्वरित अभिज्ञान लेकर सम्बन्धित लोगों पर कठोर कारवाई करनी चाहिए !
भारत में भी जब कट्टरपंथी धर्मांध, हिन्दुओं पर आक्रमण करते हैं, तब पुलिस मूक दर्शक बनी निष्क्रिय रहती है । यदि मुसलमान बहुल बांग्लादेश में पुलिस निष्क्रिय रहती है, तो इसमें आश्चर्य क्या है ?
पूरे विश्व में सर्वाधिक युवाशक्ति भारत में है । किंतु कई वर्षों से १४ फरवरी ‘वेलेंटाइन डे’ के रूप मे मनाने की पाश्चात्यों की कुप्रथा भारत में भी प्रचलित हो गई है । व्यावसायिक लाभ के लिए प्रेम के नाम पर पाश्चात्यों की इस विकृत संकल्पना के कारण युवा पीढी भोगवाद और अनैतिकता की गर्त में जा रही है ।
बम भूमि में गाडे हुए मिले । यह बम बहुत पुराने होकर उनके ऊपर जंग लगा है ।
‘अल्पसंख्यकों को सुरक्षा बलों में सहभागी करें’, ऐसी मांग करने वालों को इस विषय में क्या कहना है ?
इनके ऊपर द्रुतगति न्यायालय में मुकदमा चलाकर उनको जल्द से जल्द फांसी की सजा होने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रयास किये जाने चाहिएं, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
धर्मसंसद में कथितरूप से आपत्तिजनक वक्तव्य देने के आधार पर उत्तराखंड की भाजपा सरकार हिन्दुओं के महंतों और नेताओं को गिरफ्तार कर कारागार में डाल देती है; परंतु पंजाब की कांग्रेस की सरकार हिन्दुओं के विरोध में दंगा कराने के लिए उकसानेवाले वक्तव्य देनेवालों को हाथ भी नहीं लगाती, इसे ध्यान में लीजिए !