अन्वेषण में यह जानकारी प्राप्त हुई है, कि खंभात (गुजरात) में श्री रामनवमी की शोभायात्रा पर आक्रमण करने के लिए, विदेश में षड्यंत्र रचा गया था !

  • हिन्दुओं को सबक सिखाने के लिए किए थे आक्रमण !

  • खंभात के बाहर से आए थे, धर्मांध कट्टरपंथी !

  • दंगाई यदि बंदी बनाये गए, तो कानूनी सहायता देने का आश्वासन दिया गया था !

  • जब धर्मांध कट्टरपंथियों द्वारा इतनी तैयारी की जा रही थी, तब  पुलिस और गुप्तचर संस्थाओं को इस षड्यंत्र की जानकारी क्यों नहीं मिली ? हिन्दुओं को अपेक्षा है कि, गुजरात में बीजेपी का शासन होते हुए ऐसी कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए ! – संपादक

  • इस पर सभी (अधो ) पुरोगामी, कांग्रेस, वामपंथी, हिन्दू विरोधी सामाजिक माध्यम चुप क्यों हैं ? – संपादक

र्णावती (गुजरात) – राज्य के आनंद जिले के खंबात के मुसलमान  बहुल क्षेत्र में, श्री राम नवमी के दिन शोभायात्रा पर आक्रमण किया गया । घटना के अन्वेषण में पता चला है, कि इसका षड्यंत्र विदेश में रचा गया था । पुलिस को इस संबंध में साक्ष्य प्राप्त हुए हैं । हिंसा में एक हिन्दू की मृत्यु हो गई । इस प्रकरण में अब तक ९ लोगों  को बंदी बनाया जा चुका है ।

आनंद जिले के पुलिस अधीक्षक अजीत राजिया ने कहा,

१. हिंसा को प्रायोजित करने के लिए बाहर से लोगों को बुलाया गया था । श्री राम नवमी की शोभायात्रा से एक दिन पूर्व आक्रमण की पूरी तैयारी कर ली गई थी । आक्रमणकारियों को पत्थर और घातक वस्तुओं की आपूर्ति की गई थी ।

२. वास्तविक हिंसा भडकने के उपरांत, दंगाइयों ने अन्यों को भी पत्थर फेंकने और आग लगाने के लिए उकसाया ।

. इस आक्रमण के लिए बहुत बडी राशि उपलब्ध कराई गई थी । षड्यंत्र विदेश में रचा गया था ।

४. पुलिस के संज्ञान में मौलवी मुस्तकीम, उसके दो साथी मतीन और मोहसिन, साथ ही रज्जाक अयूब, हुसैन हशमशा दीवान के लूटपाट-अग्निकांड के प्रकरण में सम्मिलित होने के साक्ष्य संज्ञान में आए हैं ।

५. जब शोभायात्रा मस्जिद के पास से निकले, तब आरोपियों को पथराव और आग लगाने का निर्देश दिया गया था । अन्वेषण में यह भी पता चला, कि उन्हीं निर्देशों के अनुसार दंगाइयों ने कृति की थी ।

६. “भले ही आप रंगेहाथ पकडे जाएं, हम आपके साथ खडे रहेंगे ।” आक्रमणकारियों को कानूनी सहायता प्रदान करने का भी आश्वासन दिया गया था ।

७. आरोपियों के दूरभाष यंत्रों से प्राप्त जानकारी से पता चला कि, आक्रमण पूर्व नियोजित था । हिन्दू समुदाय को सबक सिखाने के लिए, आक्रमण की योजना बनाई गई थी !