मुम्बई में दंगा कराने वाली रझा अकादमी के ‘इफ्तार पार्टी’ में मुम्बई पुलिस आयुक्त संजय पाण्डे की उपस्थिति !

दंगाइयों के कार्यक्रमों में उपस्थिति देनेवाले पुलिस अधिकारी अपराध कैसे रोकेंगे ? – संपादक

बाएं से तीसरे मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे

मुम्बई – वर्ष २०१२ में आजाद मैदान में दंगा करानेवाली रझा अकादमी की ‘इफ्तार पार्टी’ में मुम्बई पुलिस आयुक्त संजय पाण्डे उपस्थित थे । भाजपा के विधायक नीलेश राणे जी ने संजय पाण्डे की ‘इफ्तार पार्टी’ में उपस्थिति के छायाचित्र सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित किए हैं । (रझा अकादमी द्वारा आयोजित आजाद मैदान के दंगे में, जिहादियों ने महिला पुलिस के वस्त्र फाडे थे । म्यानमार में मस्जिद गिरने की अफवा फैलाकर, महाराष्ट्र के विविध जिलों में रझा अकादमी ने ही दंगे करवाए थे । ऐसे समाज और राष्ट्र घाती संगठन के कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त उपस्थित रहते है, तो यह गम्भीर बात हैं । इस प्रकरण में सरकार कारवाई करें ! -संपादक)

देश विरोधी कृति करनेवालों को प्रोत्साहन देने का सरकार की नीति क्या है ? – विधायक नीतेश राणे

रझा अकादमी ने सातत्य से देश विरोधी भूमिका ली है ! एक ओर, राज्य के गृहमन्त्री दिलीप वलसे पाटील विधीमंडल में रझा अकादमी पर बन्दी लाने का विचार कर रहे हैं, ऐसा बताते हैं ; तो दूसरी ओर, उनके ही अधिकारी रझा अकादमी के इफ्तार पार्टी में उपस्थित रहते हैं । जिस रझा अकादमी ने आजाद मैदान में अमर जवान स्मारक तोडा और महिला पुलिस बहिनों से असभ्य व्यवहार किया ; ऐसे देश विरोधी व्यवहार करनेवालों के इफ्तार में सहभागी होकर, उन्हें अधिकृत प्रोत्साहित करना, ऐसी महा विकास नेतृत्व करने की नीति प्रत्यक्ष में लाने का अधिकारीयों पर दबाव है क्या ?