भोपाल में मुसलमान बहुल भाग से जानेवाली हनुमान जयंती की शोभायात्रा की अनुमति को पुलिस ने नकारा !

१६ नियम लगाकर अन्य भाग में शोभायात्रा निकालने को अनुमति !

  • ऐसा होता है तो भोपाल भारत में हैं या पाकिस्तान में ? – संपादक
  • भारत धर्मनिरपेक्ष देश होने के कारण हिन्दुओं की धार्मिक यात्रा मुसलमान बहुल भाग से जा नहीं सकती, ये पुलिस और प्रशासन को बताते समय लज्जा कैसे नहीं आती ? – संपादक
  • मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए ऐसी स्थिति न आए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है ! – संपादक
  • हिन्दुओं की शोभायात्रा के कारण नहीं, अपितु धर्मांधों के कारण दंगे होते है ! यह स्पष्ट होने पर, नियम मुसलमान भागों के मस्जिदों पर नहीं, अपितु हिन्दुओं की शोभायात्रा पर लगाए जाते हैं ; यह हिन्दुओं को लज्जास्पद ! – संपादक

भोपाल (मध्य प्रदेश) – यहा के खेडापती हनुमान मन्दिर से जुना भोपाल, इस मार्ग से हनुमान जयंती के दिवस शोभायात्रा निकालने की मांग को पुलिस ने सुरक्षा का कारण देकर मना किया । पुलिस ने कहा कि, “ये शोभायात्रा शहर के अन्य भाग में भी निकाल सकते हैं, मात्र इस भाग में अनुमति नहीं दे सकते हैं ।” इसके पश्चात, अन्य मार्ग से शोभायात्रा निकालने का निश्चित हुआ, परन्तु इस समय भी प्रशासन ने १६ नियम लगाकर उसे अनुमति दी । कुछ मौलवियों ने ‘इस भाग से धार्मिक यात्रा निकालना धोखा दायक हो सकता है’, ऐसा बताने पर प्रशासन द्वारा यह निर्णय लेने का कारण बताया जा रहा है । इस राज्य के खरगोन में श्रीराम नवमी के दिवस हुए हिंसाचार पर प्रशासन ने हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर १६ नियम लगाए ।

इसमें शोभायात्रा में कोई भी आक्रामक घोषणा न करें, आक्रामक भित्तीपत्रक न लगाए, डिजे पर (बडी संगीत यन्त्रणा) कौन से गीत लगाए जाएंगे इसकी सूची देना, त्रिशूल एवं गदा के अतिरिक्त कोई भी अन्य शस्त्र का प्रयोग न करना, बिडी, सिगरेट आदि अमली पदार्थों का उपयोग न किया जाए, शोभायात्रा में कोई भी अनुचित घटना हुई, तो उसे आयोजक उत्तरदायी होंगे, ऐसा स्पष्ट किया ।