पाकिस्तान में हिन्दू नागरिकों पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाकर उन्हें जान से मारने का प्रयास !

भारत में प्रतिदिन हिन्दू देवताओं का अनादर होने पर भी आरोपियों को कठोर दंड होने के लिए कोई भी कानून नहीं !

 विश्व के १८ देशों में २० लाख रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ !

पाकिस्तान दे रहा है आतंवादी प्रशिक्षण, जबकि रोहिंग्या भारत में कानून व्यवस्था के लिए बने हुए हैं चुनौती !

वर्ष १९९९ की प्रतियोगिता में भारतीय क्रिकेट खिलाडियों को घायल करने की योजना थी !

पाकिस्तानी खिलाडी भारत के साथ जिहादी मानसिकता में ही क्रिकेट खेलते हैं, अब यह आधिकारिक स्तर पर से उजागर हो गया है । इस विषय में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट प्रतियोगिता खेलने की मांग करनेवाले भारत के पाकिस्तान प्रेमी क्या अपने मुंह खोलेंगे ?

बांग्लादेश में हिन्दू लडकी के साथ छेडखानी करनेवाले धर्मांधों का विरोध : पीडिता के पिताजी पर ही किया प्राणघातक आक्रमण !

भारत को शेख हसीना को सुनाना चाहिए कि एक ओर तो वे कहती हैं, ‘हिन्दू स्वयं को अल्पसंख्यक न मानें’ परंतु दूसरी ओर उनकी रक्षा नहीं करतीं !

 ‘उन्होंने (हिन्दुत्वनिष्ठों ने ) गांधीजी को मार डाला, क्या वे मुझे छोंडेंगे ?’

कांग्रेसियों द्वारा भारत विभाजन का निर्णय लेने के फलस्वरूप दस लाख हिन्दुओं की हत्या हुई एवं लाखों हिन्दू महिलाओं का बलात्कार हुआ, इसके लिए कांग्रेसी ही उत्तरदायी हैं !

बांग्लादेश में हिन्दुओं को स्वयं को अल्पसंख्यक नहीं समझना चाहिए !

शेख हसीना केवल आवाहन न करें, आपितु इन हिन्दुओं की कट्टरपंथियों से रक्षा करें ! इसके साथ ही उनके मंदिरों और हिन्दू महिलाओं की भी रक्षा करें !

‘कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थानों में नमाज पढने के लिए अलग कक्ष दें !’

स्वतंत्रता के उपरांत आज तक शासकों द्वारा अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण का यह  परिणाम है !

यह मुसलमानों के बाप का स्थान (जगह) नहीं है; शांति से रहें, अन्यथा पाकिस्तान चले जाएं !

यदि यहां ‘जय पाकिस्तान’ अथवा ‘जय इस्लामिस्तान’ लिखा होता, तो कांग्रेस को वह चूक नहीं प्रतीत होता, यह ध्यान में लें !

‘अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी को ५०० रुपए का दंड

यहां के ज्ञानवापी तथा शृंगार गौरी दर्शन के विषय में जिला न्यायालय ने मुसलमानों की पक्षकार ‘अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी’ को ५०० रुपए दंड सुनाया है ।

कर्नाटक के विद्यालय और महाविद्यालयों में श्री गणेचतुर्थी मनाने के लिए शिक्षामंत्री का आवाहन

मुसलमान संगठनों की ओर से टिप्पणी की जा रही है तथा उन्होंने ऐसा प्रश्न पूछा है कि, ‘मुसलमान छात्राओं को विद्यालय और महाविद्यालय परिसर में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाता है; तो श्री गणेशचतुर्थी मनाने की अनुमति क्यों दी जाती है ?’