मुसलमान संगठनों द्वारा विरोध
मंगलूरु (कर्नाटक) – कर्नाटक के शिक्षामंत्री बी.सी.नागेश ने आवाहन किया है कि, ‘राज्य के विद्यालय और महाविद्यालयों में ३१ अगस्त के दिन श्री गणेशचतुर्थी मनानी चाहिए’ । इस पर मुसलमान संगठनों की ओर से टिप्पणी की जा रही है तथा उन्होंने ऐसा प्रश्न पूछा है कि, ‘मुसलमान छात्राओं को विद्यालय और महाविद्यालय परिसर में हिजाब (मुसलमान महिलाओं द्वारा सिर और गर्दन ढकने के लिए प्रयोग किया जाने वाला वस्त्र) पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाता है; तो श्री गणेशचतुर्थी मनाने की अनुमति क्यों दी जाती है ?’
Karnataka Minister says schools, colleges can celebrate Ganesh Chaturthi, draws flak#Karnataka https://t.co/2qS6CACr1M
— TheNewsMinute (@thenewsminute) August 18, 2022
जिहादी संगठन ‘पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ के विद्यार्थी संगठन ‘कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया’ के सदस्य सईद मुईन ने कहा है कि, शिक्षामंत्री द्वारा सरकारी विद्यालय और महाविद्यालयों में गणेशमूर्ति स्थापित करने की अनुमति देने का अर्थ शिक्षा क्षेत्र में अशांति निर्माण कर राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास है । यह निंदनीय और लज्जास्पद है । हास्यास्पद यह कि, यह वही शिक्षामंत्री हैं जिन्होंने ‘शिक्षा संस्थाओं में धार्मिक प्रार्थना को अनुमति नहीं दी जाएगी’ ऐसा वक्तव्य इसके पहले किया था । क्या इस कारण अन्य धार्मिक समाज के विद्यार्थियों की भावनाएं आहत नहीं होंगी ?
संपादकीय भूमिकाऐसे विरोध को हमेशा के लिए रोकने के लिए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के सिवाय पर्याय नहीं ! |