विद्यालयों में श्री गणेश चतुर्थी मनाने का विरोध करते हुए ‘वक्फ बोर्ड’ की मांग !
बेंगलुरु (कर्नाटक) – कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने राज्य के विद्यालयों में श्री गणेश चतुर्थी मनाने का आवाहन किया है । इसका मुसलमान संगठन विरोध कर रहे हैं । अब ‘वक्फ बोर्ड’ ने इसका विरोध करते हुए शिक्षण संस्थानों में नमाज पढने के लिए अलग कक्ष देने और इस्लामी त्योहार मनाने की मांग की है । वहीं ´ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ´ की छात्र शाखा ´ कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया ´ के प्रदेश अध्यक्ष आठवुल्ला पुंजालकट्टे ने शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश के त्यागपत्र की मांग की है ।
स्वतंत्रता के पूर्व से ही विद्यालयों में श्री गणेश उत्सव मनाया जा रहा है ! – बी.सी. नागेश
शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने संवाददाता सम्मेलन कहा था, कि श्री गणेश चतुर्थी कोई धार्मिक आयोजन नहीं है । यह त्योहार लोगों को संगठित करता है ।स्वतंत्रता के पहले से ही विद्यालयों में श्री गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। यह उस समय के स्वतंत्रता आंदोलन का एक शस्त्र था। लोकमान्य तिलक के आवाहन के उपरांत विद्यालयों, छात्रावासों एवं सार्वजनिक स्थानों पर श्री गणेश उत्सव समारोह प्रारंभ किया गया । इसलिए हमने कुछ नया करने की अनुमति दी है, ऎसा कदापि नहीं होता। यह त्योहार परंपरा के अनुसार मनाया जाता है, अत: इस के कारण विद्यालयों में अन्य धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं होगी, नागेश ने भी स्पष्ट किया।
बी.सी. नागेश के वक्तव्य के आधार पर मुसलमान संगठन, श्री गणेश उत्सव को हिजाब (मुसलमान महिला का सिर और गर्दन ढकने की प्रथा) से जोड़ने का प्रयत्न कर रहे हैं। वे प्रश्न कर रहे हैं कि ‘हिजाब´ प्रतिबंधित है किन्तु श्री गणेश चतुर्थी की अनुमति है ?’
श्री राम सेना का नमाज पठन के लिए कक्ष उपलब्ध कराने का किया विरोध
श्री राम सेना के संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिक ने कहा कि आज वक्फ बोर्ड विद्यालयों में नमाज पढने की मांग कर रहा है, कल शुक्रवार की छुट्टी की मांग भी करेगा । इसलिए सरकार को विद्यालयों के इस्लामीकरण की अनुमति नहीं देनी चाहिए ।
संपादकीय भूमिकास्वतंत्रता के उपरांत आज तक शासकों द्वारा अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण का यह परिणाम है ! |