कर्नाटक में ‘सलाम आरती’ को अब ‘संध्या आरती’ संबोधित किया जाएगा !
हिन्दू संगठनों की मांग सफल हुई ।
टीपू सुल्तान के कारण कहा जाता था ‘सलाम आरती’ !
हिन्दू संगठनों की मांग सफल हुई ।
टीपू सुल्तान के कारण कहा जाता था ‘सलाम आरती’ !
क्या ऐसा साहस द्रमुक सरकार ने चर्च अथवा मस्जिद में किया होता ? प्राचीन स्मारकों को हानि पहुंचाने के कारण सरकार के विरोध में अपराध प्रविष्ट कर संबंधित लोगों को दंड होने के लिए हिन्दुओं को प्रयास करना आवश्यक है !
भिंड शहर के धर्मापुरी मुक्तिधाम श्मशानभूमी में महाकाल मंदिर है । इस मंदिर की घंटी शाम को एकाएक हिलने और बजने लगी ।
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम्न ने पहली बार मंदिर की कुल संपत्ति घोषित की है । जिसमें मंदिर के राष्ट्रीयकृत बैंक में ५ सहस्र ३०० करोड रुपए मूल्य का १०.३ टन सोना, १५ सहस्र ९३८ करोड रुपए नकद जमा होने का बताया गया है ।
यहां प्रसिद्ध पद्मनाभ स्वामी मन्दिर के परम्परा अनुरूप प्रतिवर्ष दो बार विमान उडान की समय सारणीमें बदलाव किया जाता है ।
चोरी करने के पश्चात चोर को हुए कष्ट !
केवल ३ सहस्र मंदिरों पर ही भोंपू लगेंगे !
मंदिर हिन्दू धर्म से संबंधित हैं; इसलिए उनका उपयोग समाज की भौतिक प्रगति की अपेक्षा धर्मकार्य के लिए होना उचित रहेगा !
मदरसों तथा चर्च में महिलाओं का शोषण होता है, देश तथा विदेश में इसके असंख्य उदाहरण दिखाई देते हैं एवं दे रहे हैं, ऐसी स्थिति में इस संदर्भ में कोई भी निरपेक्षतावादी नेता कभी मुंह नहीं खोलता, यह ध्यान में लें !
बिहार के मुंडेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्रि में मनोव्रत (मनोकामनाएं अथवा मन्नतें) पूर्ण करने के लिए रक्तहीन बलि दी जाती है । अर्थात बलि की प्रक्रिया बकरे को मारे बिना पूरी हो जाती है। यह मंदिर ५ वीं शताब्दी का माना जाता है ।