सियालकोट (पाकिस्तान) में ७२ वर्षों से बंद हिन्दू मंदिर खोला गया !
मंदिर का नाम ‘शिवाला तेजा सिंह’ है । यह मंदिर खोलने के पश्चात मंदिर की शिल्पकारी देखकर श्रद्धालु चकित रह गए । यह मंदिर देखकर ‘इतना पुराना है’, ऐसा बिल्कुल नहीं लगता ।
मंदिर का नाम ‘शिवाला तेजा सिंह’ है । यह मंदिर खोलने के पश्चात मंदिर की शिल्पकारी देखकर श्रद्धालु चकित रह गए । यह मंदिर देखकर ‘इतना पुराना है’, ऐसा बिल्कुल नहीं लगता ।
देश के एक-एक मंदिर में इस प्रकार परिवर्तन करने पड रहे हैं । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होने के पश्चात देश के सभी मंदिरों की पवित्रता संजोने के लिए आध्यात्मिक स्तर पर नियम होंगे !
सेंथमराई के भाई उदयनिधी ने ‘सनातन धर्म को नष्ट करने के वक्तव्य से सेंथमराई मंदिर में राजनीतिक स्तर पर चर्चा की होने लगी है ।
पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर की ओडीसा और अन्य ६ राज्यों में ६० सहस्र ८२२ एकड से अधिक भूमि है, ऐसी जानकारी ओडीसा के कानूनमंत्री जगन्नाथ सराका ने विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दी ।
योगी आदित्यानाथ ने आगे कहा कि लोग अपनी मूर्खता सिद्ध करते हुए सूर्य पर थूकने का प्रयास करते रहते हैं |
देश के हिन्दुओं की अपेक्षा है कि देश के मंदिरों का सरकारीकरण रोक कर सभी मंदिर सरकारीकरण मुक्त करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को कानून बनाना चाहिए !
भारत के बाहर विश्व के सबसे बडे हिन्दू मंदिर निर्माण किया गया है । स्वामीनारायण संप्रदाय का यह मंदिर न्यू जर्सी के रॉबिंसविले शहर में है । यह मंदिर १६२ एकड भूमि पर बनाया गया है ।
के. राधाकृष्णन् राज्य के मंदिर व्यवहारमंत्री हैं, तो उन्हें मंदिर का नाम बताना चाहिए । इसप्रकार मंत्री का कोई अनादर करता हो, तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए; परंतु जाति के नाम पर यदि हिन्दू धर्म की जानबूझकर आलोचना करने का प्रयत्न हो रहा हो, तो हिन्दुओं को उसका वैध मार्ग से विरोध करना भी आवश्यक है !
इस मंजिल के सभी (१४) द्वार तैयार हो गए हैं । न्यास के कथनानुसार स्तंभों पर देवताओं की प्रतिमाएं मुद्रित की जा रही हैं । तलमाले का कार्य नवंबर तक पूरा करने का ध्येय रखा गया है ।
दक्षिण कोरिया के लिए अयोध्या ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । दक्षिण कोरिया के भारत के राजदूत चांग जे-बोक ने अयोध्या के श्रीराममंदिर के उद्घाटन के संदर्भ में कहा कि ‘भारत सरकार निमंत्रण दे तो दक्षिण कोरिया समारोह में सम्मिलित होगा ।’