मध्य प्रदेश के चार गांवों में मुसलमान और ईसाई व्यापारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध !
हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमण रोकने में सरकारी व्यवस्था असफल होने से हिन्दुओं को इस प्रकार के कठोर निर्णय लेने पड रहे हैं, ऐसा कहने में क्या गलत ?
हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमण रोकने में सरकारी व्यवस्था असफल होने से हिन्दुओं को इस प्रकार के कठोर निर्णय लेने पड रहे हैं, ऐसा कहने में क्या गलत ?
आर्थिक जिहाद का सामना करना कठिन नहीं है । हमें केवल सजग एवं सतर्क रहना होगा । हिन्दुओं को पुन: दृढतापूर्वक एवं आपसी सूझ-बूझ से अपना व्यवसाय आरंभ करना होगा, तभी वे इस संकट पर विजय प्राप्त कर सकते हैं ।’
हमारे अभिभावकों ने अपने बच्चों को गाय को चारा देना सिखाया होता, तो हिन्दू युवतियां गाय को काटनेवालों के साथ भाग नहीं जातीं । हिन्दुओं ने अपने बच्चों को अपनी संस्कृति सिखाई होती, तो लव जिहाद की घटनाएं नहीं होतीं । ऐसा प्रतिपादन उन्होने किया
‘हिन्दू राष्ट्र अर्थात केवल जिस पर हमारा अधिकार है, ऐसा भूमि का टुकडा नहीं, अपितु ‘जहां लव जिहाद, गोहत्या, बलात्कार, धर्मांतरण आदि नहीं होगा’, ऐसा राष्ट्र । ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनी ही है’, यह सोचकर हिन्दुओं के शांत बैठने से नहीं चलेगा ।
कांग्रेसियों से इससे भिन्न अपेक्षा भी क्या हो सकती है ? यदि बोरा ने अन्य धर्मियों के श्रद्धास्रोतों के विषय में इस प्रकार का वक्तव्य दिया होता, तो अब तक उनका सर धड से जुदा करने के फतवे निकल गए होते !
‘जगभर में इस्लाम का जिहाद चल रहा है । उनके शस्त्रास्त्र जिहाद के बारे में लगभग सभी को पता है; परंतु महत्त्वपूर्ण है कि सभी प्रकार के जिहाद में केवल २.५ प्रतिशत ही शस्त्रास्त्रों का जिहाद है ।
उत्तर प्रदेश में लव जिहाद विरुद्ध कानून है, तब भी ऐसा चित्र निर्माण हुआ है कि कट्टरपंथी मुसलमानों को उससे जरा भी भय नहीं है । इसमें परिवर्तन लाने के लिए सरकार को कट्टरपंथियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करनी चाहिए !
यह भी लव जिहाद है ! ऐसी घटनाओं को प्रतिबंधित करने के लिए हिन्दुओं को सतर्क रहने की नितांत आवश्यकता है, साथ ही सरकार को इस संबंध में कठोरतम कृति करना भी अनिवार्य है !
राजस्थान में हिन्दूद्वेषी कांग्रेस सरकार का अस्तित्व होने से वहां हिन्दू युवती को न्याय मिलने की अपेक्षा ही न करें !