विजयादशमी का संदेश

हिन्दुओ, ऐसा सीमोल्लंघन करो कि ‘शत्रु आक्रमण करने का साहस न करे !’

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

‘विजयादशमी’ हिन्दुओं के देवता और महापुरुषों की विजय का दिन है । ‘आसुरी शक्तियों का पराभव और दैवी शक्तियों की विजय’, यह इस दिन का इतिहास है । इसीलिए इस दिन अपराजितापूजन और सीमोल्लंघन करने की सनातन परंपरा है । आज शत्रु कश्मीर की सीमा ही नहीं, अपितु देहली से गली तक सीमोल्लंघन कर हिन्दुओं को लक्ष्य बना रहा है तथा हम घर-घर में बैठकर कर्मकांड स्वरूप अपराजिता का पूजन तथा सीमोल्लंघन स्वरूप अपरान्ह काल में गांव की सीमा पर स्थित मंदिर में दर्शन करने की औपचारिकता पूर्ण कर रहे हैं । हिन्दुओ, यह विजयादशमी नहीं है । हिन्दू समाज अजेय बना रहे, इसके लिए निष्ठा और भक्तिपूर्वक अपराजितादेवी का पूजन करें, तो निश्चित ही आप पर विजय की कृपा रहेगी । उसी प्रकार ऐसा सीमोल्लंघन करें कि ‘शत्रु आक्रमण करने का साहस न करे !’ उससे ही विजयादशमी का त्योहार मनाने का खरा आनंद मिलेगा !’

– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक, सनातन संस्था. (१२.९.२०२२)