धर्म-परिवर्तन करनेवाले ईसाई संगठन को दान देने के कारण ‘अमेजन इंडिया’ को ज्ञापन !

राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग से की गई शिकायत के उपरांत नोटिस !

नई दिल्ली – राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग ने ‘अमेजन इंडिया’ प्रतिष्ठान को ज्ञापन दिया है । इस ज्ञापन के माध्यम से धर्म परिवर्तन करने वाले ईसाई संगठन को दान देने के प्रकरण में स्पष्टीकरण मांगा गया है ।

१. आयोग ने कहा है कि आयोग को अरुणाचल प्रदेश में सामाजिक न्याय मंच से आरोप पत्र मिला है, जिसमें अमेरिका और ब्रिटेन में पंजीकृत एक निजी संगठन खख ऑल इंडिया मिशन खख पर अवैध गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है । (जो विषय इस संस्था के ध्यान में आता है, वह भारत के सरकारी तंत्रों के ध्यान में क्यों नहीं आता ? ऐसे और कितने प्रतिष्ठान हैं, जो इस प्रकार हिन्दुओं का धर्मांतरण करनेवालों को आर्थिक बल दे रहे हैं ?, इसकी सरकार को जांच करनी चाहिए ! – संपादक)

यह संस्था भारत में बच्चों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कर रही है । आरोप पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि उपरोक्त संगठन के पूरे भारत में १०० से अधिक अनाथालय हैं । (ईसाईयों के तथाकथित अनाथालयों में क्या क्या चलता है, इसे ध्यान में लीजिए ! – संपादक) संगठन की वेबसाइट और सामाजिक माध्यम पृष्ठ स्पष्ट रूप से उल्लेख करते हैं कि भारत में धर्मांतरण करना उनका उद्देश्य है और विशेष रूप से उत्तर पूर्व भारत और झारखंड राज्य में अनेक लोगों का धर्मांतर किया जा चुका है ।

२. आरोप पत्र में कहा गया है कि इस संगठन को ‘अमेजन इंडिया’ से धनराशि प्राप्त होती है । ‘अमेजन इंडिया’ ने अपने मंच पर उल्लेख किया है कि उसके ग्राहक ‘ॲमेझॉन स्माईल’ पर क्रय करके ऑल इंडिया मिशन का समर्थन कर सकते हैं । (‘अमेजन’ की ओर से सीधे इस प्रकार का आवाहन किया जाना, हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है ! इस विषय में राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं अधिकार आयोग को नहीं; अपितु केंद्रीय अन्वेषण विभागों को अन्वेषण कर ‘अमेजन’ के विरुद्ध अपराध पंजीकृत करना चाहिए । – संपादक) (१८.९.२०२२)

संपादकीय भूमिका

  • यह ज्ञात हुआ है कि ‘अमेजन’ पर सदा ऐसे उत्पाद बेचे जाते हैं, जो हिन्दुओं के देवताओं का अपमान करते हैं । अब तो सीधे हिन्दुओं का धर्म-परिवर्तन करनेवाले ईसाई संगठनों को दान देने की बात सामने आई है । अत: केंद्र सरकार को भारत में ‘अमेजन’ के व्यवसाय करने पर ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए । इसके लिए हिन्दुओं और उनके संगठनों को सरकार पर दबाव बनाना चाहिए ।
  • यदि धर्मनिष्ठ हिन्दू धर्मांतरण करनेवाली ‘अमेजन’ का बहिष्कार करते हैं, तो इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए !