दीपावली का आनंद द्विगुणित करनेवाली सनातन की ग्रंथमाला : हिन्दू संस्कार एवं परंपरा

केवल सुंदर दिखनेवाली रंगोलियों की अपेक्षा देवताओं के तत्त्व आकृष्ट एवं प्रक्षेपित करनेवाली रंगोलियां लाभदायक होती हैं । देवताओं की उपासना हेतु तथा त्योहार, जन्मदिन आदि प्रसंगों में बनाई जानेवाली रंगोलियां इस लघुग्रंथ में प्रस्तुत हैं ।

उबटन लगाने की उचित पद्धति क्या है ?

उबटन रजोगुणी एवं तेजतत्त्व से संबंधित है, इसलिए उसे शरीर पर लगाते समय दक्षिणावर्त अर्थात घडी की सुइयों की दिशा में हाथों की उंगलियों के अग्रभाग का शरीर से स्पर्श करते हुए थोडा दबाव देकर लगाएं । प्रत्येक स्थान पर उबटन लगाने की पद्धति वहां की रिक्ति की कष्टदायक वायु की गति अनुसार दी है ।

धनतेरस के निमित्त धर्मप्रसार के कार्य हेतु ‘सत्पात्र दान’ कर श्री लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करें !

सत्कार्य हेतु धन अर्पण करना, यही श्री लक्ष्मी की खरी पूजा है । धर्मशास्त्र कहता है कि ‘मनुष्य स्वयं की संपत्ति का १/६ भाग प्रभु कार्य हेतु व्यय करें ।’

भैयादूज (यमद्वितीया)

अपमृत्यु टालने हेतु धनत्रयोदशी, नरक चतुर्दशी एवं यमद्वितीया के दिन मृत्यु के देवता, ‘यमधर्म’ का पूजन करते हैं । भैयादूज ‘दृक सिद्धांत’ के अनुसार २६ अक्टूबर २०२२ को मनाया जाएगा । ‘इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर भोजन करने जाते हैं एवं उस दिन नरक में सड रहे जीवों को वह उस दिन के लिए मुक्त करते हैं ।’

भैयादूज के निमित्त बहन को उपहार के रूप में चिरंतन ज्ञानामृत से युक्त सनातन संस्था के ग्रंथ भेंट कर, साथ ही राष्ट्र-धर्म के प्रति गौरव बढानेवाले ‘सनातन प्रभात’ के पाठक बनाकर अनोखा उपहार दीजिए !

बहन के मन पर साधना का महत्त्व अंकित कर उसके जीवन में आमूलचाल परिवर्तन लानेवाले ‘सनातन प्रभात’ के पाठक बनाना और उसे उसमें समाहित अमूल्य जानकारी पढने के लिए प्रेरित करने की अपेक्षा और कौनसा श्रेष्ठ उपहार होगा ?

छठ पूजा (३० अक्टूबर)

पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में इसे सबसे बडा त्योहार मानते हैं । इसमें गंगा स्नान का महत्त्व सबसे अधिक है । यह व्रत स्त्री एवं पुरुष दोनों करते हैं । यह चार दिवसीय ….

बार-बार चाय पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने से उसे छोडें !

‘दूध युक्त चाय पीने से पित्त बढता है । अल्पाहार के साथ हम चाय पीते हैं । अल्पाहार के पदार्थों में नमक होता है । नमक एवं दूध का संयोग रोगकारक है ।

असम के शक्तिपीठ मां कामाख्या देवालय में श्रद्धालु एवं धर्मनिष्ठ हिन्दुओं ने हिन्दू राष्ट्र स्थापना के लिए ली प्रतिज्ञा !

हिन्दू जनजागृति समिति के द्विदशक पूर्ति क अवसर पर असम में विविध उपक्रमों का आयोजन !

नवरात्रोत्सव की पवित्रता टिकाए रखने का अभियान और गतिमान बनाना आवश्यक ! – विभाष उपाध्याय, उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश जनअभियान परिषद

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एकतरफा नहीं हो सकती । अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड में हिन्दू देवी-देवताओं और भारतमाता केनग्न चित्र बनानेवाले हिन्दूद्वेषी म.फि. हुसैन और देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त डॉ. जाकीर नाईक जैसे धर्मद्रोहियों को रोकने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति ने प्रचंड प्रयास किए ।

हरियाणा में राष्ट्रीय सम्मेलन ‘इको-2022’ संपन्न

पर्यावरण और प्रकृति के प्रति भारतीय सोच हमेशा पूजनीय रहीं है । ऐसा प्रतिपादन न्यायमूर्ति आदर्श गोयल ने राष्ट्रीय सम्मेलन में किया ।