बांग्लादेशी हिन्दुओं के वंशविच्छेद पर अभी तक चलचित्र क्यों नहीं ? – तस्लीमा नसरीन
उन्होंने कहा, कि कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार मिलना आवश्यक है ।
उन्होंने कहा, कि कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर में रहने का संपूर्ण अधिकार मिलना आवश्यक है ।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होते हुए, त्यौहार मनानेवाले हिन्दुओं पर पत्थरबाजी करने की धर्मांधों की हिम्मत होना, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं । ऐसे लोगों पर सरकार कडी कारवाई करें !
भारत में भी जब कट्टरपंथी धर्मांध, हिन्दुओं पर आक्रमण करते हैं, तब पुलिस मूक दर्शक बनी निष्क्रिय रहती है । यदि मुसलमान बहुल बांग्लादेश में पुलिस निष्क्रिय रहती है, तो इसमें आश्चर्य क्या है ?
कश्मीर में १९ जनवरी १९९० के दिन और उसके उपरांत निश्चित रूप से क्या हुआ ?, कश्मीर में हुए हिन्दुओं के वंशविच्छेद का दायित्व किसका है ?, जब दिनदहाडे कानून-व्यवस्था को साख पर बिठाया जा रहा था, तब पुलिस, प्रशासन और प्रसारमाध्यम नाकाम क्यों रहे ?
आज इतने लंबे समय के उपरांत प्रसिद्ध दिग्दर्शक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने द कश्मीर फाइल्स चलचित्र के माध्यम से अत्याचारियों को विश्व के पर्दे पर दिखाने का प्रशंसनीय प्रयत्न किया है ।ं
गुजरात में भाजपा की सरकार होते हुए धर्मांध हिन्दुओं पर आक्रमण करने का दुस्साहस करते हैं, यह हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! धर्मांध ईशनिंदा के प्रकरण में सीधे कानून हाथ में लेते हैं, जबकि बहुतांश जन्महिन्दू वैध मार्ग से भी सादा निषेध तक प्रविष्ट नहीं करते !
आंध्रप्रदेश में वाई.एस.आर. पार्टी का राज्य है कि धर्मांधों का ? पुलिस थाने में ही यदि लोगों पर धर्मांध आक्रमण करते होंगे, तो सर्वसाधारण लोगों की रक्षा कौन करेगा ? ऐसा पुलिसबल किस काम का ?
हिन्दुओं पर १ सहस्र ८९८ बार आक्रमण
हिन्दुओं के देवताओं की २ सहस्र १३० मूर्तियों की तोडफोड
४११ हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार
पाकिस्तान में कानून एवं व्यवस्था का अस्तित्व ही नहीं है, यही यह घटना स्पष्ट करती है ! क्या भारत में तथाकथित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रतावाले, श्रीलंकाई नागरिक के पक्ष में खडे होंगे ? क्या वे न्यूनतम धर्मांधों के इस कृत्य का विरोध करेंगे ?
पाकिस्तान ने उनके देश में अल्पसंख्यकों का विशेषत: हिन्दुओं का नरसंहार जो ७४ वर्षोंसे हो रहा हैं, उनकी रक्षा करने पर ध्यान देना चाहिए ! जिहादी आतंकवादी, जिहादी विचारधारा और प्रत्यक्ष कृति, यह वहां के अल्पसंख्यकों की जान ले रही है, इस संदर्भ में इमरान खान क्यों नहीं बोलते ?