कश्मीर में आतंकवादियों ने बैंक व्यवस्थापक विजय कुमार की हत्या की !

आतंकवादियों द्वारा एक के बाद एक हिन्दुओं की हत्याओं को देखकर यह स्पष्ट है कि उन्होंने हिन्दुओं तथा सरकार के विरुद्ध सीधे युद्ध की घोषणा की है ! क्या सरकार अब जिहादियों को मात देगी ? या क्या यह ऐसे ही आरंभ चलता रहेगा ?

कश्मीर में जिहादी आतंकवादी द्वारा हिन्दू महिला शिक्षिका की हत्या

कश्मीर में चाहे कितने भी आतंकवादियों को मार गिराओ, परंतु पाकिस्तान में उनकी निर्मिति का कारखाना शुरू ही रहने के कारण, कश्मीर का आतंकवाद पाक को नष्ट किए बिना समाप्त नहीं होगा, यही वास्तविकता है !

भाजपा की प्रवक्ता नुपुर शर्मा को इस्लामी आतंकवादियों द्वारा बलात्कार कर गला काटने की धमकी !

बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में सत्ताधारी पक्ष की राष्ट्रीय महिला प्रवक्ता को ऐसी धमकी मिलना, यह हिन्दुओं एवं शासनकर्ताओं के लिए लज्जास्पद है !

गुवाहाटी (असम) में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा दो मंदिरों में मूर्तियों की तोडफोड : शिवलिंग को नाले के पास फेंका !

धर्माभिमानी हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र सरकार को हिन्दू मंदिरों पर इस प्रकार के आक्रमण करने वाले अपराधियों को दंडित करने के लिए विशेष कानून बनाना चाहिए !

राजगढ (मध्य प्रदेश) में दलित हिन्दू युवक की बारात पर मस्जिद से पथराव !

मस्जिदों के पास हिन्दुओं के धार्मिक ही नहीं, अपितु सामाजिक कार्यक्रम के समय भी पथराव कर आक्रमण किया जाता है । इस संदर्भ में विधर्मिवादी एवं आधुनिकतावादी मुंह क्यों नहीं खोलते ?

नीमच (मध्य प्रदेश) में दरगाह के पास श्री हनुमानजी की मूर्ति की प्रतिष्ठापना करने से मुसलमानों ने किया पथराव

‘मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार होते हुए, एक विशिष्ट समुदाय का हिन्दुओं पर आक्रमण करने का साहस कैसे होता है ?’,  हिन्दुओं के मन में यह प्रश्न उत्पन्न होता है !

कुतुब मीनार और ताजमहल केंद्र सरकार हिन्दुओं को सौंपे ! -कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन् की मांग

काँग्रेस की सरकार के समय काँग्रेस ने ऐसा क्यों नहीं किया और कृष्णन् ने इतने वर्ष यह बताया क्यों नहीं ?

‘कश्मीर छोडें, अन्यथा मरने को तैयार रहें !’

वर्ष १९८९ के बाद आज भी कश्मीर में हिन्दुओं को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद !

केंद्र और राज्य सरकार हमारी रक्षा करने में असमर्थ !

हिन्दुओं को लगता है कि केंद्र में विगत ८ वर्षाें से भाजपा की सरकार होते हुए एवं धारा ३७० हटाने के पश्चात भी कश्मीर में आज भी हिन्दू असुरक्षित ही हैं, यह वस्तुस्थिति है और कश्मीरी हिन्दुओं का क्रोध आवश्यक है !

बांगलादेश में इफ्तार मेजवानी में सहभागी न होने से धर्मांधों की ओर से हिन्दू नेता को मारा

बांगलादेश में असुरक्षित हिन्दू ! भारत में कभी दिवाली, होली आदि हिन्दुओं के त्योहारों में सहभागी न होने पर अल्पसंख्यकों के विषय में ऐसी घटनाएं होती हैं क्या ? फिर भी तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोग हिन्दुओं को ही असहिष्णु ठहराते हैं !