(और इनकी सुनिए…) ‘प्रधानमंत्री मोदी को राजनीति से हटाया जाए, तो भारत का विकास होगा !’ – कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा

जनता ने कांग्रेस को ही राजनीति से खदेडने की स्थिती में लाया, इसलिए पिछले ९ वर्षाें में भारत आगे बढ रहा है । भविष्य में कांग्रेस को ही राजनीति से पूर्णत: हटाया जाने पर देश का प्रचंड विकास होगा, इस बात को कोई अस्वीकार नहीं कर सकता ।

(और इनकी सुनिए….. ) ‘भारत पाकिस्तान से चर्चा क्यों नहीं करता ?’ – फारूख अब्दुल्ला

पाकिस्तान से इतना लगाव रखनेवालों को सरकार पाकिस्तान क्यों नहीं भेज देती ?

कलंगुट के भाग को ‘पाकिस्तान गल्ली’ तथा ‘मुसलमान गल्ली’ कहकर उल्लेख किया !

हिन्दुओं के केवळ ‘हिन्दू राष्ट्र’ बोलने पर, ‘लोकतंत्र संकट में पड गया’ ऐसे चिल्लानेवाले पुरोगामी, साम्यवादी, कांग्रेसवाले आदि अब जब एक धर्मांध ने गोवा के भाग को ‘मुसलसान गली’ कहा, तो चुप्पी क्यों साधे हैं ?

केंद्र सरकार देहली वक्फ बोर्ड की १२३ संपत्ति नियंत्रण में लेगी !

कांग्रेस सत्ताकाल में बोर्ड को अवैध मार्ग से यह संपत्ति सौंपी गई थी !

हुरियत कान्फरन्स के श्रीनगर के कार्यालय को ताला लगाया !

राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र द्वारा अलगाववादी संगठन पर कार्रवाई !

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी के पुत्र अनिल एंटनी ने कांग्रेस का त्याग किया !

प्रधानमंत्री मोदी पर बनी ‘ बीबीसी न्यूज’ के वृत्तचित्र (डॉक्युमेंट्री ) का विरोध !

कोच्चि (केरल) में हुए ‘कार्निवाल’ में प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे जैसी मूर्ति बनाई गई !

कम्युनिस्टों के राज्य में ऐसा हो तो आश्चर्य क्या ? प्रधानमंत्री के चेहरे की मूर्ति बनाना मोदी द्वेषमूलक !

बिहार में मुस्लिम युवक द्वारा ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा

सोशल मीडिया द्वारा यहां का एक वीडियो वायरल हुआ है । इसमें कुछ मुस्लिम युवक बैडमिंटन मैच जीतने के उपरांत ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा करते हुए देखे गए । उस समय पुलिस ने घोषणा कर रहे ५ मुस्लिम युवकों को तत्काल नियंत्रण में लिया ।

‘सरस्वती शिशु मंदिरों की भी जांच होनी चाहिए !’

सरस्वती शिशु मंदिरों से कभी भी आतंकवादी तथा वासनांध निर्माण नहीं होते हैं, यह विश्वविख्यात है, परंतु ऐसा मदरसों के संदर्भ में नहीं है, इसे मसूद भी जानते हैं ! तब भी वे इस प्रकार का वक्तव्य देकर अपने मुसलमान मतदाताओं को प्रसन्न रखने का प्रयास कर रहे हैं !

पाकिस्तान की महिला एजेंट ने सुरक्षा मंत्रालय के लिपिक को प्रेम के जाल में फंसाया : गोपनीय कागदपत्र ‘आइ.एस.आइ.’ को भेजे

बार-बार ऐसी गंभीर घटनाएं घटित होते हुए भी उन्हें नहीं रोक पाना सरकारी तंत्रों के लिए लज्जाजनक ! इससे पूर्व अनेक बार ऐसी घटनाएं होने पर भी लिप्त पाए गए अपराधी को कठोर से कठोर दंड देने की बात नहीं सुनने में आई है । इसीलिए देशद्रोहियों को सरलता से ऐसे अवसर मिल रहे हैं !