लीना मणिमेकलई निर्देशित फिल्म के पोस्टर के विरोध में शुरु किए ऑनलाइन अभियान को हिन्दुओं का अच्छा प्रतिसाद

हिन्दूविरोधी लीना मणिमेकलई पर कार्यवाही होने की मांग को लेकर शुरु किए गए इस ऑनलाइन अभियान में आप भी अपना योगदान देकर धर्महानि रोकें !

‘काली’ नामक वृत्तचित्र में श्री कालीमाता को सिगरेट पीते करते हुए दिखाया !

भारत में, पाकिस्तान जैसे ईशनिंदा विरोधी कानून जैसा कोई कानून नहीं है, इसलिए देवताओं का अपमान करने वालों को खुला छोड दिया जाता है ! केंद्र सरकार को अब फांसी का दंड देनेवाला कानून तुरंत बनाना चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !

तिरुपुर (तमिलनाडू) में अवैध मस्जिद को ताला लगाने के न्यायालय के आदेश का मुसलमानों ने ‘मार्ग बंद’ आंदोलन कर किया विरोध !

न्यायालय के आदेश का अपमान करने वालों के विरुद्ध देश का एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी राजनीतिक पक्ष तथा संगठन मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में ले !

उदयपुर में हुई घटना के लिए उत्तरदायी  हैं नूपुर शर्मा ! – उच्चतम न्यायालय

हिन्दू विरोधी चित्रकार एम.एफ. हुसैन द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं की अश्लील और नग्न चित्र  चित्रित किए जाने के उपरांत  देश भर में १२,००  शिकायतें प्रविष्ट की गईं, जबकि ५ स्थानों  पर अपराध प्रविष्ट  किए गए। जनता यह नहीं भूली है कि उस समय  देहली में याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई हुई थी !

न्यायालय का निर्णय न माननेवालों को कर्नाटक राज्य के हिन्दुओं ने अच्छा पाठ पढाया है ! – अधिवक्ता अमृतेश एन्.पी., राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

‘‘कर्नाटक राज्य से आरंभ हुआ ‘हिजाबविरोधी आंदोलन’ कुछ दिन उपरांत राष्ट्रीय विषय बना । इसमें कुछ मुसलमान छात्राओं ने ‘हम हिजाब पहनेंगे ही’, इस मांग को लेकर कर्नाटक उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की । इस याचिका के पक्ष में लडने के लिए अनेक अधिवक्ता खडे रहे, तो सरकार के पक्ष में और विरोध में लडने के लिए अत्यंत अल्प संख्या में अधिवक्ता थे ।

हिन्दुओं का वंशविच्छेद मान्य करेंगे, तब ही कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन संभव ! – राहुल कौल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, यूथ फॉर पनून कश्मीर

‘द कश्मीर फाइल्स’ नामक चलचित्र में कश्मीरी हिन्दुओं पर आई भीषण परिस्थिति केवल ५ प्रतिशत ही दिखाई गई है । कश्मीर में केवल कश्मीरी हिन्दुओं के पुनर्वसन का प्रश्न है, इस भ्रम में न रहें । कश्मीर में भारतीय राष्ट्रवाद निर्माण होना आवश्यक है ।

कानून में स्थित त्रुटियों के कारण न्यायालयीन निर्णयों से सच्चाई नहीं बाहर आती ! – अधिवक्ता मकरंद आडकर, अध्यक्ष, महाराष्ट्र शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्था, नई देहली

‘दार-उल-इस्लाम’ धर्मांधों की संकल्पना है इसलिए उन्हें भारतभूमि को ‘गजवा-ए- हिंद’ बनाना है । अत: धर्मांधों द्वारा ‘लैंड जिहाद’ का षड्यंत्र रचा जा रहा है । यह रोकने के लिए ‘सब भूमी गोपाल की’ अर्थात ‘सब भूमि हमारी है’, यह तत्त्व मन में बिंबित करना होगा ।

हिन्दू धर्म के विरोध में लिखनेवाले प्रसिद्धि माध्यमों को न्यायालय में उत्तर देना होगा ! – अधिवक्ता नागेश जोशी, सचिव, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, गोवा

‘प्रसिद्धि और पैसे मिलेंगे, इसलिए हिन्दू धर्म और धर्माभिमानियों की निंदा करो’ ऐसे षड्यंत्र आजकल बडी संख्या में बढ गए हैं । ‘माध्यमों के द्वारा होनेवाली अपकीर्ति को अनदेखा करना’, ऐसी भूमिका कुछ संगठनों की है । इसलिए ऐसे प्रसारमाध्यम अधिक फलते हैं; परंतु सनातन संस्था ने प्रारंभ से ही ऐसे माध्यमों के विरोध में कानूनी लडाई लडने की भूमिका निभाई है ।

रायपुर (छत्तीसगढ) में `बेली डान्स’ का कार्यक्रम बजरंग दल ने विफल किया ।

‘बेली डान्स’ एक प्राचीन नृत्य है । सदियों से मध्य पूर्व के विवाह समारोहों और पार्टियों में यह नृत्य किया जाता है । `बेली डान्स’ में कलाकार छोटे कपडे पहनकर नृत्य करते हैं ।

हिन्दूद्वेषी मुहम्मद जुबेर के समर्थन में ‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ की ओर से निवेदन !

हिन्दुओं के देवताओं की अवमानना करनेवालों का समर्थन करनेवालों का हिन्दू संपादक बहिष्कार करें, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !