BIG BREAKING : कनाडा खालिस्तानी आतंकियों पर कार्यवाही नहीं कर रहा; इसलिए भारत ‘एफ्.ए.टी.एफ्’ से शिकायत करेगा !

मजबूत भारत ऐसी कार्यवाही करे, इससे पहले ब्रिटेन, अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया बुद्धिमानी दिखाए तथा समय रहते ही उनके देश में रह रहे खालिस्तानियों पर कठोर कार्यवाही करें !

Benjamin Netanyahu : हम ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमारे शत्रुओं की अनेक पीढियां दशकों तक स्मरण करेंगी !

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजराइल केशत्रुओं दी कडी चेतावनी !

कैलिफोर्निया के (अमेरिका) गवर्नरने नकाराधिकार (वीटो) का उपयोग कर हिन्दूविरोधी विधेयक रोका !

अमेरिका स्थित हिन्दुओं के आंदोलन का परिणाम !

कनाडा ने भारत से उसके ४१ राजनयिकों को हटाया

खालिस्‍तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या के प्रकरण में भारत पर आरोप लगाने के उपरांत से, भारत तथा कनाडा में विवाद निर्माण हुआ है ।

‘आधुनिक भारत-अमेरिका संबंध’के शिल्पकार हैं डॉ. एस्. जयशंकर !

गत कुछ वर्षों में भारत और अमेरिका निकट भले ही आए हों, तब भी अमेरिका की मूल मनोवृत्ति भारत ने पहचान ली है और अब उसे भूलना नहीं है !

कनाडा आरोपों के विषय में जानकारी देगा, तो भारत चर्चा के लिए तैयार ! – डॉ. जयशंकर 

किसी की हत्या करने की हमारी सरकार की नीति नहीं; लेकिन यदि कनाडा हमारे साथ कुछ जानकारी का लेनदेन करने के लिए तैयार होगा, तो हम इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं ।

कनाडा द्वारा आतंकवाद, कट्टरतावाद एवं हिंसा को छूट !

जो आतंकवाद एवं अलगाववाद की भाषा बोलते हैं, वे गिने-चुने लोग ही हैं । उन पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए । ऐसा नहीं समझा जाना चाहिए कि अलगाववादियों के विचार सभी सिक्ख समाज के हैं !

पंजाब के कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा को मादक पदार्थों के संदर्भ में बंदी बनाया गया

इससे ध्यान में आता है कि कांग्रेस विधायक क्या करते हैं !

कनाडा में चुनाव हुआ, तो जस्टिन ट्रुडो की होगी पराजय !

‘इप्सोस’ के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी डैरेल ब्रिकर ने कहा कि कनाडा में कंजर्वेटिव दल की सरकार स्थापित हो सकती है । इस सर्वेक्षण से ध्यान में आता है कि देश की दिशा के कारण असंतोष है ।

(और इनकी सुनिए…) श्रीरामचरितमानस में ‘पोटैशियम साइनाईड’ (घातक विष) है ! – प्रा. चंद्रशेखर, शिक्षामंत्री, बिहार

वे ‘हिन्दी दिवस’ के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में इस प्रकार का विष-वमन (जहर उगलना) कर रहे थे । चंद्रशेखर ने इससे पूर्व भी श्रीरामचरितमानस की आलोचना की थी । साथ ही एक कार्यक्रम में मुहम्मद पैगंबर को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ कहा था ।