(‘एफ्.ए.टी.एफ्’ संगठन आतंकवाद को आर्थिक सहायता होने देनेवाले देशों पर कार्यवाही करता है !)
नई देहली – भारत के द्वारा बार-बार सूचित कर भी तथा अनेक बार प्रमाण देकर भी कनाडा उनके दाश में स्थित खालिस्तानी आतंकियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं कर रहा है, साथ ही वह इन आतंकियों को हो रही आर्थिक सहायता पर अपेक्षित नियंत्रण नहीं रख रहा है । इन कारणों से अब भारत कैनडा के विरुद्ध कठोर कदम उठानेवाला है । अंग्रेजी साप्ताहिक ‘द संडे गार्डियन’ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भारत वैश्विक संगठन ‘एफ्.ए.टी.एफ्’ (फाइनांसियल एक्शन टास्क फोर्स) को कैनडा पर कार्यवाही करने के लिए बाध्य बना सकता है । इस दिशा में अब भारत ‘एफ्.ए.टी.एफ्’ से शिकायत करनेवाला है, यह जानकारी कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से दी गई है; ऐसा ज्ञात हुआ है ।
१. इस दृष्टि से भारत कैनडा के विरुद्ध नए सिरे से प्रमाण जुटा रहा है तथा उन्हें पुराने प्रमाणोंसहित उन्हें ‘एफ्.ए.टी.एफ्’ के सामने रखेगा ।
२. किसी देश की आतंकवादियों की सहायता करने में यदि किसी देश की भूमिका होने की बात ज्ञात होने पर ‘एफ्.ए.टी.एफ्’ उस देश पर कार्यवाही करता है । उसके कारण ऐसे देश में विदेशी निवेश नहीं आता, साथ ही उसे अंतरराष्ट्रीय ऋण मिलना भी कठिन हो जाता है ।
३. भारत ने बताया कि भारत में कनाडा के दूतावास के ४१ प्रशासनिक अधिकारियों को वापस कनाडा भेजने की कार्यवाही पर्याप्त नहीं है तथा मूलतः खालिस्तानियों के लिए कनाडा की भूमि आश्रयस्थान बन गई है; यह भारत की प्रमुख चिंता है ।
४. कुछ दिन पूर्व भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत एवं कनाडा के संबंधों में कनाडा की भूमि आतंकियों के लिए सुरक्षित स्थान सिद्ध हो रही है ।
५. खालिस्तानी आतंकीहरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाकर कनाडा विश्व समुदाय का ध्यान मूल समस्या से भटकाना चाहता है, ऐसा कुछ प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है । भारत ने इस दावे को संपूर्णरूप से अस्वीकार कर मूल समस्या पिछड न जाए; इसके लिए भारत के प्रयास चल रहे हैं ।
६. भारत की ओर से कनाडा में कार्यरत ४३ खालिस्तानी आतंकियों की सूची कनाडा को सौंपकर उन्हें भारत को सौंपने का आवाहन करने के उपरांत भी कनाडा उस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है; इसलिए अब भारत ‘एफ्.ए.टी.एफ्’ से कनाडा की शिकायत करनेवाला है, ऐसा ज्ञात हुआ है ।
संपादकीय भूमिकामजबूत भारत ऐसी कार्यवाही करे, इससे पहले ब्रिटेन, अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया बुद्धिमानी दिखाए तथा समय रहते ही उनके देश में रह रहे खालिस्तानियों पर कठोर कार्यवाही करें ! |