असम की जनसंख्या का धर्म अनुसार अनुपात बदलकर वर्ष २०५० तक सत्ता पाने का धर्मांधों का प्रयास ! – असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा
राज्य में भाजपा की सरकार होते हुए धर्मांधों द्वारा ऐसा प्रयास किया जाना, हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं है !
राज्य में भाजपा की सरकार होते हुए धर्मांधों द्वारा ऐसा प्रयास किया जाना, हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं है !
इतने वर्षों से मंदिरों की भूमियों पर अतिक्रमण होने देने वाले तथा उसके कारण मंदिरों को लाखों करोड रुपए की हानि पहुंचाने वालों को आजीवन कारागृह में डालना चाहिए !
लाल बहादुर शास्त्री ९ जून १९६४ को प्रधानमंत्री पद पर चुने गए । एक प्रधानमंत्री को शासन की ओर से जो सुविधा (घर, गाडी आदि) मिलती है, वह उन्हें भी मिला; परंतु उन्होंने उसे नम्रता से नकारा । कोई सुविधाएं नहीं ली ।
विश्व हिन्दू परिषद ने १९ सितंबर २०२१ को यहां के इमामवाडा से एक हिन्दू युवती को मुक्त किया, जिसे लोहे की जंजीर से बांध कर रखा गया था ।
जब बांध के पास अवैध मस्जिद बनाई जा रही थी, तब क्या पुलिस एवं प्रशासन सो रही थी ?
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने यह निर्णय दिया है, कि अल्पायु बालक बाल संन्यासी बन सकता है और उस पर किसी प्रकार की कानूनी कार्यवाही नहीं की जा सकती ।
गरीबी से बाहर निकलने के लिए, मुझे लश्कर-ए-तैयबा में सम्मिलित होने का लालच दिया गया । मुझे पाकिस्तानी सेना ने प्रशिक्षित किया और पाकिस्तानी गुप्तचर सेवा आई.एस.आई. को सौंप दिया ।
एक हिन्दू श्रद्धा स्थल के स्थान पर हिन्दू पुजारी नियुक्त करने के लिए न्यायालय को आदेश देना पडता है । इससे बहुसंख्यक हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं की दुरावस्था ध्यान में आती है !
आतंकवादियों को प्रोत्साहन और सहायता करने का पाकिस्तान का इतिहास संयुक्त राष्ट्रों के सदस्य देशों को ज्ञात है । विशेषता यह है कि इसका पाकिस्तान की नीति में भी समावेश है ।
मालवा (मध्यप्रदेश) – यहां के डॉ. नसीर खान और उसका लडका जुबेर खान ने उनके नौकर दशरथ का बलपूर्वक धर्मांतरण कर उसकी सुंता करने की घटना हुई । इस मामले में धर्मांतरण विरोधी कानून के अंतर्गत पुलिस में गुनाह प्रविष्ट किया गया है ।