तमिलनाडु के मंदिरों की १ सहस्र करोड रुपए मूल्य की भूमि, ४ माह में अतिक्रमण मुक्त !

  • इतने वर्षों से मंदिरों की भूमियों पर अतिक्रमण होने देने वाले तथा उसके कारण मंदिरों को लाखों करोड रुपए की हानि पहुंचाने वालों को आजीवन कारागृह में डालना चाहिए ! – संपादक

  • भले ही मंदिरों की भूमि अतिक्रमण से मुक्त हो गई हो, पर सत्ताधारी द्रमुक दल का ‘सरकारी’ अतिक्रमण जारी रहेगा, इसका क्या ? – संपादक

चेन्नई (तमिलनाडु) – तमिलनाडु राज्य में गत ४ महीनों से क्रियान्वित किए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के माध्यम से, मंदिरों की १ सहस्र करोड रुपए मूल्य की भूमि अतिक्रमण से मुक्त करने में सफलता मिली है । जब द्रमुक सरकार सत्ता में आई, तो उसने यह भूमि अतिक्रमण मुक्त करने का निर्णय लेकर तद्नुसार आदेश निर्गमित किया था । राज्य में ४४ सहस्र मंदिर हैं एवं उनकी जानकारी डिजिटल (संगणकीय प्रणाली के माध्यम से एकत्रित) की जा रही है ।

राज्य के मंत्री पी के शेखर बाबू ने कहा कि, “मेरे विभाग के अधिकारी मंदिरों की संपत्ति से जुडे कागजातों का डिजिटलीकरण कर रहे हैं । इसके माध्यम से, मंदिरों की भूमि की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी ।”