हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के विरोध के पश्चात, उत्तराखंड में टिहरी बांध के पास बनी अवैध मस्जिद प्रशासन ने गिराई !

बांध के पास २० वर्ष से एक अवैध मस्जिद बनी रहना, यह सभी दल के शासकों के लिए लज्जाजनक ! – संपादक

गढवाल (उत्तराखंड) – राज्य के टिहरी बांध के पास अवैध रूप से बनाई गई मस्जिद प्रशासन ने गिरा दी । राज्य में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों एवं स्थानीय लोगों ने इसके विरुद्ध शिकायतें प्रविष्ट की थी । (जब बांध के पास अवैध मस्जिद बनाई जा रही थी, तब क्या पुलिस एवं प्रशासन सो रही थी ? यह कैसे कहा जा सकता है, कि स्थानीय नागरिकों एवं हिन्दुओं के ध्यान में जो आता है, वो जिनके पास संपूर्ण व्यवस्थाएं हैं, उनके ध्यान में नहीं आता है ? इसके लिए उत्तरदायी लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए ! – संपादक) अवैध मस्जिद हटाने की मांग को लेकर बडा विरोध प्रदर्शन भी किया गया था, साथ ही ट्विटर पर एक ‘ट्रेंड’ भी किया गया था । (हिन्दुओं को यही लगता है, कि भाजपा की सरकार होते हुए उन्हें अवैध मस्जिद हटाने के लिए इतना विरोध करने की आवश्यकता अपेक्षित नहीं है ! – संपादक)

वर्ष २००० में, टिहरी बांध बनाने आए मुसलमान श्रमिकों के लिए अस्थायी मस्जिद निर्माण प्रतिष्ठान द्वारा बनाई गई थी । बांध निर्माण के पश्चात, संबंधित प्रतिष्ठान एवं श्रमिक लौटे ; परंतु, मस्जिद वैसी ही बनी रही । यहां प्रति शुक्रवार सैकडों मुसलमान नमाज के लिए आते थे तथा अनेक लोग रास्तों पर ही नमाज पठण करते थे । नमाज के दिन, स्थानीय महिलाओं के साथ छेडखानी की घटनाएं भी होती थी ।