भारत के बाहर जाने के लिए निकले राष्ट्रघाती पत्रकार राणा अय्यूब को मुंबई हवाईअड्डे पर रोका !

‘जांच और उसके बाद होने वाली सजा से बचने के लिए राणा अय्यूब देश के बाहर भागने वाले थे क्या ?’, इसकी भी जांच होनी चाहिए !

तमिलनाडू सरकार द्वारा वानियार समाज को दिया हुआ आरक्षण सर्वाेच्च न्यायालय ने किया अमान्य !

संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने केवल १० वर्षाें के लिए आरक्षण की सूचना दी थी । तब भी अब तक आरक्षण क्यों दिया जा रहा है, सर्वदलीय शासनकर्ता इसका उत्तर दें !

जयपुर में ३ जिहादी आतंकवादियों को बंदी बनाया गया

जयपुर एवं चित्तौडगढ पुलिस ने जयपुर में बम विस्फोट का षड्यंत्र रचनेवाले जुबेर, अल्तमस और सरफुद्दीन नामक ३ आतंकवादियों को बंदी बनाया है ।

पूरे ३१ वर्ष उपरांत आतंकवादी बिट्टा कराटे के विरुद्ध श्रीनगर के न्यायालय में याचिका प्रविष्ट !

जो कार्य अब तक के सर्वदलीय शासनकर्ताओं को करना चाहिए था, उसे एक चलचित्र ने कर दिखाया । यह परिस्थिति देश के लिए लज्जास्पद !

जब किसी समाज पर वर्ष दर वर्ष अन्याय होता है, तो उसमें कभी न कभी उद्रेक होता ही है !

पेजावर मठ के विश्व प्रसन्नन तीर्थ स्वामी जी ने मुसलमान व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल को फटकार लगाई !

पाक में चीनी मजदूर कर रहे हैं ईसाई और मुसलमान युवतियों की तस्करी

चीन-पाकिस्तान आर्थिक महामार्ग का काम चल रहा है । इस महामार्ग पर चीन की ओर से विविध परियोजनाएं चलाई जा रही हैं । इसके लिए पिछले कुछ वर्षों से चीनी मजदूर पाक में हैं ।

असम की स्थिति कश्मीर जैसी नहीं होगी, इसके लिए मुसलमान हिन्दुओं को आश्वस्त करें !

क्या अभी तक असम के किसी मुख्यमंत्री ने इतनी कठोरता से मुसलमानों को सुनाया था ? असम के हिन्दुओं की रक्षा करने के लिए सरमा कठोर कदम उठाएं, यही हिन्दुओं की भावना है !

कश्मीरी हिन्दुओं पर किए गए अत्याचारों के लिए कश्मीरी मुसलमानों को उनसे हाथ जोडकर क्षमा मांगनी चाहिए !

केवल हाथ जोडकर क्षमा मांगने से कुछ नहीं होगा और कश्मीरी मुसलमान ऐसी क्षमा मांगेंगे, इसकी भी संभावना नहीं है । इसलिए अब केंद्र सरकार को ही अब प्रधानता लेकर इन अत्याचारों में संलिप्त मुसलमानों को दंड मिलने हेतु प्रयास करने चाहिए, तभी जाकर वास्तव में कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय मिलेगा !

रशिया-यूक्रेन के युद्ध पर बोलनेवाले कश्मीर में हिन्दुओं पर हुए अत्याचारों पर क्यों नहीं बोलते ? – प्रा. रेणुका धर बजाज, देहली विश्वविद्यालय

३२ वर्ष पूर्व भारत के एक राज्य में हिन्दुओं के साथ क्या हुआ ?, यह भारतीयों को अभी तक यह ज्ञात नहीं हैै । वास्तव में, भारत के हिन्दुओं ने कश्मीरी हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं किया; इसलिए अब तो हिन्दुओं को जागृत होकर कश्मीरी हिन्दुओं को न्याय दिलाना चाहिए ।

साधना करने के कारण दिव्य कार्य होने से स्वयं के साथ समाज को भी साधना के लिए प्रवृत्त करना आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

सनातन संस्था प्रभावशाली पद्धति से अध्यात्मप्रसार का कार्य कर रही है, साथ ही एस.एस.आर.एफ. द्वारा किया जा रहा शोधनिबंध तैयार करने का कार्य देखकर ऐसा लगता है कि समाज निश्चित रूप से धर्माचरण करने के लिए प्रेरित होगा ।