‘जांच और उसके बाद होने वाली सजा से बचने के लिए राणा अय्यूब देश के बाहर भागने वाले थे क्या ?’, इसकी भी जांच होनी चाहिए ! – संपादक
मुंबई – लंदन में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता महोत्सव में सहभागी होने के लिए निकले राष्ट्रघाती और हिन्दू विरोधी पत्रकार राणा अय्यूब को छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रोका गया । कोरोना के समय विदेश से आई आर्थिक निधि में घोटाला करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से राणा अय्यूब के विरोध में ‘लुकआऊट नोटिस’ निकाली गई है ।
हवाईअड्डे के अधिकारियों ने अय्यूब को रोकने के बाद प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने हवाईअड्डे पर पहुंचकर राणा को जांच के लिए सहायता करने की सूचना दी । राणा अय्यूब को १ अप्रैल के दिन प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में जांच के लिए उपस्थित रहने के लिए कहा गया है । प्रवर्तन निदेशालय ने इसके पहले राणा अय्यूब के १ करोड ७७ लाख रुपए जप्त किए हैं । हवाईअड्डे पर रोकने के कारण किए गए ‘ट्वीट’ में राणा ने कहा है कि, मैं एक कार्यक्रम के लिए लंदन जाने वाला था । वहां से इटली में एक अन्य कार्यक्रम में जाने वाले थे । ये दोनों कार्यक्रम पूर्व नियोजित थे । ऐसा होते हुए भी मुझे हवाईअड्डे पर रोका गया । मुझे रोकने के बाद प्रवर्तन निदेशालय की ओर से समन्स आये हैं ।